ईडी लखनऊ ने एक्ट र को भेजा समन चार अक्टूबर को किया तलब। नोएडा की वेब वक्र्स कंपनी के पोर्टल का किया था प्रमोशन। बिना एग्रीमेंट खाते में कैसे पहुंची रकम ईडी करेगी पूछताछ।

lucknow@inext.co.in LUCKNOW (21 Sept):

लाखों निवेशकों के साथ करोड़ों रुपये की जालसाजी करने वाली नोएडा की कंपनी वेब वक्र्स के ऑनलाइन पोर्टल एडबुक्स डॉट कॉम का प्रमोशन करने के एवज में 1.15 करोड़ रुपये का पेमेंट लेना बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) की लखनऊ ब्रांच ने इस मामले में नवाजुद्दीन को नोटिस जारी कर आगामी 4 अक्टूबर को पूछताछ के लिए तलब किया है। नवाजुद्दीन को यह नोटिस उनके मुंबई के यारी रोड, वर्सोवा, अंधेरी वेस्ट के पते पर भेजा गया है। ईडी के अफसरों की मानें तो यह मामला गैरकानूनी तरीके से धन एकत्र करने से जुड़ा है जिसमें नवाजुद्दीन से पूछताछ होनी है।

 

नहीं किया कोई एग्रीमेंट
दरअसल, नोएडा में एब्लेज इंफो सॉल्यूशंस के नाम से कंपनी खोलकर करीब 3,700 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले अनुभव मित्तल के नक्शेकदम पर चलते हुए अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा ने वेब वक्र्स के नाम से नई कंपनी खोली थी। दोनों ने अनुभव मित्तल के बिजनेस मॉडल को अपनाते हुए निवेशकों को प्रति लाइक के एवज में पांच के बजाय छह रुपये देने का प्रलोभन दिया और देखते ही देखते लाखों निवेशकों से करीब 245 करोड़ रुपये जमा करा लिए। इसके बाद उन्होंने एडबुक्स डॉट कॉम के नाम से ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया और नवाजुद्दीन सिद्दीकी से इसका प्रमोशन कराया। इसके एवज में नवाजुद्दीन को 1।15 करोड रुपये का भुगतान बिना किसी एग्रीमेंट के किया गया। यह पैसा आम निवेशकों का होने की वजह से यह कृत्य आपराधिक श्रेणी में आने की वजह से नवाजुद्दीन से ईडी जवाब-तलब करने जा रही है। उन्हें चार अक्टूबर को राजधानी के अशोक मार्ग स्थित ईडी के जोनल मुख्यालय में तलब किया गया है।

 

वापस करनी होगी रकम
सूत्रों की मानें तो नवाजुद्दीन को ईडी के सामने बिना एग्रीमेंट के इतनी बड़ी रकम लेने की वजह बतानी होगी। साथ ही, इस मुसीबत से बचने के लिए यह पैसा उन्हें वापस करना पड़ सकता है। पैसा वापस न करने की सूरत में ईडी उन्हें भी आरोपित बना सकती है। वहीं दूसरी ओर मशहूर अभिनेता शाहरुख खान की पिछले साल रिलीज हुई फिल्म 'रईस’ के साथ भी एडबुक्स डॉट कॉम के साथ विज्ञापन का मामला भी सामने आया है। हालांकि इस मामले में केवल चार लाख रुपये का लेन-देन हुआ था और बाकायदा एग्रीमेंट भी साइन किया गया था।

 

केवल छह महीने चली कंपनी
अनुराग और संदेश द्वारा खोली गयी वेब वक्र्स कंपनी केवल छह माह ही चल पाई। अनुभव की गिरफ्तारी के बाद अनुराग और संदेश डर गये और उन्होंने नोएडा में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को खुद को बचाने के लिए रिश्वत की पेशकश कर दी। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में यह मामला सीबीआई के सुपुर्द कर दिया गया। फिलहाल दोनों जमानत पर बाहर आ चुके है। ईडी अनुभव और संदेश से पूछताछ के बाद उनके बयान दर्ज कर चुकी है। इसके अलावा अभी करीब दस अन्य आरोपितों से पूछताछ बाकी है। ईडी की पड़ताल में वेब वक्र्स के बैंक खातों मे 27 करोड़ रुपये जमा होने का पता चला है जिसे जल्द अटैच कर लिया जाएगा। वहीं पुलिस द्वारा बरामद किए गये छह करोड़ रुपये के डिमांड ड्राफ्ट भी अदालत में जमा कराए जा चुके हैं।

Posted By: Chandramohan Mishra