RANCHI: बेटे की मौत की खबर से जहां एक झटके में पूरा परिवार टूट कर बिखर गया, वहीं उसे आखिरी बार देखने के लिए परिजन पिछले 11 दिनों से तरस रहे हैं। बोकारो, जैनामोड़ के रहने वाले 28 वर्षीय इंजीनियर चंदन कुमार वर्णवाल की मौत पिछले दिनों जापान के टोक्यो में हो गई। जनवरी में ही ट्रेनिंग के लिए टोक्यो गए चंदन से अब कभी मुलाकात नहीं हो पाएगी, यह सोच-सोच कर घरवालों के रौंगटे खड़े हो जा रहे हैं। 17 जनवरी को चंदन की मौत की सूचना घरवालों को मिली। इसके बाद से वे लगातार उसके शव को वापस लाने की कवायद में जुटे हैं, लेकिन अब तक सिर्फ निराशा ही हाथ लगी है।

आज आने वाला है चंदन का शव, परिजन रो-रो कर बेहाल

चंदन के पिता मनोहर लाल वर्णवाल ने बताया कि चंदन की मौत की सूचना 17 जनवरी को मिली, लेकिन उसका शव आज तक घर नहीं पहुंच पाया है। हम लोगों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। किसी ने इतने दिनों से ठीक से एक निवाला तक मुंह में नहीं डाला है। चंदन की मां को बेटे के एक्सीडेंट की खबर जब से मिली है, वो बिस्तर से उठ नहीं पाई है। चंदन का शव आने की हम लोगों को 29 जनवरी का डेट दिया गया, इसके बावजूद हमें अब तक कोई निश्चित सूचना नहीं मिल पाई है। चंदन के पिता और भाई जगह-जगह जाकर उसके शव को वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं। बेरमो विधायक योगेश्वर महतो बाटुल का घर चंदन के घर से कुछ ही दूरी पर है। यहीं नहीं, मौत की सूचना मिलने के बाद सांसद रवींद्र पांडे्य, विधायक विरंची नारायण से लेकर पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह भी चंदन के घर पहुंचे। बावजूद इसके चंदन के शव का परिजनों को अब तक इंतजार है।

पुणे की सॉफ्टवेयर कंपनी में इंजीनियर थे चंदन, ट्रेनिंग पर गए थे टोक्यो

चंदन कुमार वर्णवाल पुणे की सॉफ्टवेयर कंपनी केपीआईटी में बतौर इंजीनियर कार्यरत थे। इसे चंदन ने पिछले साल ही ज्वाइन किया था। कंपनी ने चंदन को जनवरी में ही टोक्यो में होने वाले ट्रेनिंग के लिए भेजा था। 16 जनवरी को चंदन ने फोन पर अपनी बहन से आखिरी बार बातचीत की थी। उसके बाद अगले ही दिन चंदन के भाई कुंदन के फोन पर उसकी मौत की खबर आ गई। कुंदन को फोन पर यह बताया गया कि चंदन की मौत बैडमिंटन खेलने के दौरान हर्ट अटैक से हो गई। चंदन के पिता मनोहर लाल वर्णवाल ने बताया कि बेटे की मौत की सही वजह उन्हें अब तक मालूम नहीं है। अब बोकारो पहुंच पाने पर ही इसका पता चल पाएगा। कुछ दिन पहले टोक्यो से एक कॉल भी आया था, जिसमें बताया गया कि चंदन के शव को भेजने में दस से बारह दिन लग जाएंगे, क्योंकि एयरक्राफ्ट में काफी भीड़ चल रही है।

Posted By: Inextlive