- एआईसीटीई से जुड़े कॉलेजेज में शुरू होगी नई पहल

- स्टूडेंट्स को किया जाएगा पढ़ाने के लिए मोटिवेट

GORAKHPUR: इंजीनियरिंग संस्थानों में अब फैकेल्टी की समस्या नहीं होगी। संस्थानों में पढ़ रहे होनहार स्टूडेंट्स भी अब ये जिम्मेदारी संभालेंगे। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) की पहल पर अब इंजीनियरिंग कॉलेजेज में पढ़ रहे स्टूडेंट्स को टीचिंग प्रोफेशन के प्रति जागरूक किया जाएगा। इसके लिए उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए खर्च भी दिया जाएगा।

टीचर्स की है भारी कमी

स्कूल, हायर और टेक्निकल एजुकेशन सभी क्षेत्रों में टीचर्स की भारी कमी है। स्टूडेंट्स टीचिंग प्रोफेशन से दूरी बनाए हुए हैं। ऐसे में कैसे संस्थानों में बेहतर शिक्षक मुहैया कराए जाएं, इसे लेकर संबंधित विभागों में मंथन जारी है। इसी क्रम में एआईसीटीई ने नई योजना तैयार की है। जिसके तहत इंजीनियरिंग कॉलेजेज के मेधावियों को टीचर बनने के लिए मोटीवेट किया जाएगा। खास बात यह कि इसमें संबंधित स्टूडेंट को बीटेक के बाद पीजी और पीएचडी की पढ़ाई मुफ्त कराई जाएगी। उन्हें स्कॉलरशिप और नौकरी की गारंटी भी दी जाएगी। काउंसिल इसी सेशन से इस योजना को अमली जामा पहनाने पर काम कर रही है।

पढ़ाई के साथ मिलेगा पैसा भी

एआईसीटीई से जुड़े संस्थानों की बात करें तो इनमें अभी तकरीबन 40 परसेंट फैकल्टी स्टाफ की कमी है। इस कमी को पूरा करने के मकसद से यह योजना चलाई जा रही है। इसके मुताबिक, संस्थानों में पढ़ाई कर रहे प्रतिभाशाली स्टूडेंट्स को संस्थान चिन्हित करेंगे। जिसके बाद उन्हें टीचिंग के लिए प्रेरित किया जाएगा। ससंथान उन्हें फ्री ऑफ कॉस्ट पीजी और पीएचडी कराएंगे। इसके अलावा उन्हें पढ़ाई के दौरान स्कॉलरशिप भी प्रदान की जाएगी। इसमें काउंसिल स्टूडेंट्स को हर महीने 18 हजार रुपए प्रदान करेगी। लेकिन योजना का लाभ लेने वाले स्टूडेंट्स को इसके लिए संस्थान के साथ करार करना होगा। जिसमें स्टूडेंट को पढ़ाई पूरी होने के बाद निश्चित वक्त तक टीचिंग करनी होगी।

एक नजर आंकड़ों पर

- देशभर में 3500 से ज्यादा इंजीनियरिंग कॉलेज हैं

- 40 परसेंट से ज्यादा संस्थानों में फैकल्टी की कमी

- 10 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स संस्थानों में ले रहे शिक्षा

- योजना के तहत बीटेक के बाद मुफ्त होगी पीजी की पढ़ाई

- पीजी पूरा करने के बाद पीएचडी भी कराएंगे संस्थान

- पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट को मिलेगी स्कॉलरशिप

- 18 हजार रुपए हर महीने देगा काउंसिल

- पीएचडी के दौरान स्कॉलरशिप राशि में होगा इजाफा

- योजना से जुड़ने के लिए स्टूडेंट को करना होगा करार

वर्जन

योजना के तहत स्टूडेंट्स को सफलतापूर्वक कोर्स पूरा करना होगा। इसके बाद उन्हें असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति मिलेगी। काउंसिल योजना को इसी सेशन से लागू कर सकता है। योजना से एक ओर जहां स्टूडेंट्स को रोजगार की गारंटी मिलेगी। वहीं शिक्षण संस्थानों में एजुकेशन क्वालिटी में सुधार आएगा।

- डॉ। प्रभु दत्ता पांडा, डायरेक्टर केआईपीएम टेक्निकल कैंपस

Posted By: Inextlive