ऑकलैंड में इंग्‍लैंड और न्‍यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे पहले टेस्‍ट में मेहमान इंग्‍लिश टीम 58 रन पर ऑलआउट हो गई। टीम के पांच बल्‍लेबाज तो खाता भी नहीं खोल सके। हालांकि टेस्‍ट क्रिकेट में कम स्‍कोर पर ढेर हो जाना नया नहीं है। पहले भी कई बड़ी-बड़ी टीमों के नाम यह शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो चुका है। आइए देखें टॉप 10 लिस्‍ट...


58 रन पर ढेर हुई पूरी इंग्लिश टीमइंग्लैंड की टीम इन दिनों न्यूजीलैंड दौरे पर गई है। दोनों टीमों के बीच पहला डे-नाइट मैच ऑकलैंड में खेला जा रहा। मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले इंग्लैंड को बल्लेबाजी का न्यौता दिया। मगर इंग्लिश टीम के लिए पहली पारी किसी बुरे सपने से कम नहीं रही। 18 रन पर आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी। वो तो अच्छा था कि गेंदबाज ओवरटन ने आखिर में 33 रन की उपयोगी पारी खेल दी, नहीं तो इंग्लैंड के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम स्कोर पर ऑलआउट होने का रिकॉर्ड दर्ज हो जाता। इंग्लिश बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर किया दो कीवी गेंदबाजों ने। ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी की जोड़ी ने पूरे 10 विकेट निकाले, इसमें 6 विकेट बोल्ट के खाते में गए वहीं 4 शिकार साउदी ने किए।टेस्ट में सबसे कम स्कोर बनाने वाली यह है टीम


टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे कम स्कोर बनाने का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम है। साल 1955 में इंग्लैंड के गेंदबाजों ने कीवी बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी थी। पूरी न्यूजीलैंड टीम मिलकर सिर्फ 26 रन बना पाई थी। पिछले 63 सालों से यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के पास ही है, कोई भी टीम इससे कम स्कोर पर कभी ऑलआउट नहीं हुई।

टॉप 10 में है भारत का भी नामटेस्ट में सस्ते में सिमटने वाली टॉप 10 टीमों में भारत का भी नाम है। भारत इस लिस्ट में 9वें नंबर पर है। साल 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में भारतीय बल्लेबाजों ने काफी शर्मनाक प्रदर्शन किया था। पूरी भारतीय टीम सिर्फ 17 ओवर खेल पाई और 42 रन पर ढेर हो गई थी। टेस्ट में सबसे कम स्कोर बनाने वाली 10 टीमें1. न्यूजीलैंड - 26बनाम इंग्लैंड 19552. साउथ अफ्रीका - 30बनाम इंग्लैंड 18963. साउथ अफ्रीका - 30बनाम इंग्लैंड 19244. साउथ अफ्रीका - 35बनाम इंग्लैंड 18995. साउथ अफ्रीका - 36बनाम ऑस्ट्रेलिया 19326. ऑस्ट्रेलिया - 36बनाम इंग्लैंड 19027. न्यूजीलैंड - 42बनाम ऑस्ट्रेलिया 19468. ऑस्ट्रेलिया - 42बनाम इंग्लैंड 18889. भारत - 42बनाम इंग्लैंड 197410. साउथ अफ्रीका - 43बनाम इंग्लैंड 1889

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari