दक्षिण अफ्रीकी टीम जब आज इंग्लैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी का सेमीफाइनल मैच खेलने उतरेगी तो वह किसी भी हाल में जीत दर्ज कर बड़े टूर्नामेंटों में दबाव के आगे घुटने टेकने पर लगे ‘चोकर्स’ के ठप्पे को हटाने का पूरा प्रयास करेगी. दक्षिण अफ्रीका ने एकमात्र आइसीसी खिताब 1998 में जीता है जब वह पहली चैंपियंस ट्रॉफी में चैंपियन रहा था. उस समय इसे आइसीसी नॉकआउट ट्रॉफी कहा जाता था.


सेमीफाइनल से आगे नहीं पहुंचा दक्षिण अफ्रीकाइसके बाद से दक्षिण अफ्रीका किसी बड़े टूर्नामेंट में सेमीफाइनल से आगे नहीं पहुंचा है. लेकिन एबी डिविलियर्स की अगुआई वाली टीम यह कलंक धोना चाहेगी. टूर्नामेंट के ग्रुप चरण में दक्षिण अफ्रीका को पहले मैच में भारत ने हराया. इसके बाद उसने पाकिस्तान पर जीत दर्ज की, जबकि वेस्टइंडीज के खिलाफ उसका आखिरी मैच टाई रहा. आखिरी मैच में तेज गेंदबाज डेल स्टेन की टीम में वापसी से उसका गेंदबाजी आक्रमण मजबूत हुआ है.कई कर रहे अच्छा प्रदर्शन


स्टेन के अलावा उसके पास रेयान मैक्लारेन, क्रिस मॉरिस, लोनवाबो सोतसोबे और स्पिनर रॉबिन पीटरसन भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. बल्लेबाजी में हाशिम अमला की फॉर्म दक्षिण अफ्रीका के लिए काफी अहम होगी. उन्हें पारी के सूत्रधार की भूमिका निभानी होगी. डिविलियर्स, कोलिन इंगराम, फॉफ डु प्लेसिस, जेपी डुमिनी और डेविड मिलर भी अपने बूते पर मैच का नक्शा बदलने का दम रखते हैं.दूसरी ओर इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को वर्षा बाधित मैच में दस रन से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई.घरेलू दर्शकों के सामने इंग्लैंड का मनोबल बढ़ा

अपने घरेलू दर्शकों के सामने इंग्लैंड का मनोबल बढ़ा हुआ होगा. पिछले दो मैचों में 269 और 293 रन बनाने वाले इंग्लैंड के बल्लेबाज अच्छी फॉर्म में लग रहे हैं. शीर्ष क्रम में कप्तान एलिस्टेयर कुक, इयान बेल, जोनाथन ट्रॉट, जो रूट और रवि बोपारा ने रन बनाए हैं. मेजबान टीम इस मैच में भी यदि बड़ा स्कोर बनाती है तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी. इंग्लैंड के लिए चिंता का सबब उसकी गेंदबाजी है. पाकिस्तान के बाद इंग्लैंड का गेंदबाजी आक्रमण सबसे उम्दा माना जा रहा था, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ वे औसत साबित हुए. स्टुअर्ट ब्रॉड, जेम्स एंडरसन और टिम ब्रिसनेन ने विकेट लिए, लेकिन काफी रन भी दिए.

Posted By: Satyendra Kumar Singh