- डीडीयूजीयू से संबद्ध सेल्फ फाइनेंस कॉलेजेज में टीचर्स अनुमोदन में हुए खेल की होगी जांच

- सेल्फ फाइनेंस कॉलेज में पढ़ाने वाले यूजी और पीजी की क्लास लेने वाले टीचर्स से अचानक होगी पूछताछ

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू से संबद्ध सेल्फ फाइनेंस कॉलेज में पढ़ाने वाले टीचर्स के लिए बुरी खबर है। सेल्फ फाइनेंस कॉलेज में पढ़ाने वाले टीचर्स से अचानक पूछताछ हो सकती है। पूछताछ क्वालिफिकेशन को लेकर की जा सकती है। यही नहीं कॉलेज में बनाए गए दो तरीके के रजिस्ट्रर के खेल का भी पर्दाफाश किया जाएगा। दरअसल, यूनिवर्सिटी के पास लगातार आ रही शिकायतों में पाया गया है कि ज्यादातर कॉलेजों में आज भी यूजीसी की गाइडलाइन को दरकिनार करते हुए टीचर्स अनुमोदन में खेल निरंतर जारी है। लेकिन ऐसे कॉलेजों से निपटने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से न्यू सेशन 2019-20 से कार्रवाई का दौर शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए कमेटी बनाकर कार्रवाई की जाएगी।

रजिस्ट्रर में होता है खेल

बता दे, डीडीयूजीयू से संबद्ध सेल्फ फाइनेंस के करीब 295 कॉलेजेज हैं। इन कॉलेजेज में पढ़ाने वाले ज्यादातर टीचर्स पीएचडी या नेट क्वालिफाई नहीं है। ऐसे करीब सौ से ज्यादा कॉलेज हैं। जिन्होंने अनुमोदन में खेल किया है। नाम न छापने की शर्त पर एक कॉलेज के प्रबंधक ने बताया कि सेल्फ फाइनेंस कॉलेज का बुरा हाल है। अगर यूजीसी की गाइडलाइन के मुताबिक, टीचर्स की नियुक्ति की जाए तो उन्हें मासिक वेतन देना मुश्किल होगा। इसलिए अनुमोदन में खेल करना उनकी मजबूरी है। पहले जहां कॉलेज को स्टूडेंट्स भी मिल जाते थे। वहीं अब संयुक्त प्रवेश परीक्षा होने से स्टूडेंट्स भी नहीं मिलते। डायरेक्ट एडमिशन जब तक होता है। तब तक बच्चे कहीं और पलायन कर चुके होते हैं। लेकिन अनुमोदन में खेल करने वाले कॉलेजेज द्वारा बनाए गए दो-दो रजिस्ट्रर के खेल को पकड़ने के लिए यूनिवर्सिटी की तरफ से चेकिंग दल का गठन किया जाएगा। जो एडमिशन के बाद क्लासेज शुरू होने पर अचानक से निरीक्षण करने पहुंचेगी। क्लास में पढ़ाने वाले टीचर्स से सवाल जवाब के बाद ही उनकी रिपोर्ट लगाई जाएगी।

फिर शुरू हुआ खेल

प्रत्येक कॉलेज में क्वालिटी बेस्ड एजुकेशन देने के लिए वेल क्वालिफाइड टीचर्स की नियुक्ति करने का निर्देश यूनिवर्सिटी ऑल रेडी कॉलेज को जारी कर चुका है। लेकिन उसके बाद भी कॉलेज की तरफ से टीचर्स की भर्ती में खेल जारी है। तत्कालीन वीसी प्रो। अशोक कुमार ने इस तरह के टीचर्स के खिलाफ विषय वार सूची तैयार कर कॉलेज के बीच हड़कंप मचा दिया था। करीब तीन दर्जन से ऊपर ऐसे कॉलेज पकड़ में आए थे। जिन्हें नोटिस भी जारी किया गया था। लेकिन उनके जाने के बाद से फिर से अनुमोदन में खेल जारी है। जिसको रोकने के लिए एक बार फिर यूनिवर्सिटी ने तैयारी कर ली है।

रोटेशन वाइज होगा इंस्पेक्शन

यूनिवर्सिटी की माने तो सेल्फ फाइनेंस कॉलेज में पढ़ाने वाले टीचर्स के अनुमोदन की जांच से पहले संबद्धता विभाग से सूची ली जाएगी। कॉलेज वाइज सूची प्राप्त होने के बाद टीम का सेलेक्शन किया जाएगा। उसके बाद इन कॉलेजों में रोटेशन वाइज टीम जाकर इंस्पेक्शन करेगी। इंस्पेक्शन के दौरान कमियां पाए जाने पर उनके विरुद्ध मौके पर ही रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से पहले उन्हें स्पष्टीकरण का मौका दिया जाएगा। उसके बाद कार्रवाई का दौर शुरू हो जाएगा।

फैक्ट फीगर

-डीडीयूजीयू से संबद्ध कॉलेज

- राजकीय कॉलेज - 07

- एडेडे कॉलेज - 21

- सेल्फ फाइनेंस कॉलेज - 295

- कुल कॉलेज की संख्या - 323

वर्जन

शिक्षक अनुमोदन में कॉलेज की तरफ से अगर खेल किया जा रहा है तो उसकी टीम इंस्पेक्शन कर कार्रवाई करेगी। टीचर्स से पूछताछ के साथ-साथ उनके बाकी दस्तावेज भी चेक किए जाएंगे।

प्रो। वीके सिंह, वीसी, डीडीयूजीयू

Posted By: Inextlive