हाइवे पर कांवडि़यों की बढ़ी संख्या, आज से शुरू होगी डाक कांवड़

भोले बाबा के जयकारों और भजनों से गूंज रहा आसमान

Meerut । आस्था है, विश्वास है, उत्साह है, उम्मीद है और महादेव के दर्शनों की अभिलाषा है, लिहाजा हरिद्वार से चलीं कांवडि़यों की कतारें भोले के द्वार जाने को बेताब हैं। पैरों में छाले और तकलीफ के बावजूद भी भोले के भजनों का मरहम तमाम मुश्किलों को दूर कर रहा है। जी हां कांवड़ मार्ग पर कुछ ऐसी ही तस्वीर है। आकर्षक झांकियों और भगवा रंग को समेटे कांवड़ मार्ग आस्था और विश्वास का मापदंड बन गया है। आंकड़ों को मानें तकरीबन डेढ़ करोड़ ज्यादा कांवडि़यों ने शहर की सीमा को पार कर लिया है।

भगवा रंग में डूबा शहर

शिवरात्रि की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। शहर की सड़कों पर कांवडि़यों का भगवा रंग चढता जा रहा है। शहर टोल प्लाजा, पल्लवपुरम, परतापुर, दिल्ली रोड़ पर जगह जगह सेवा शिविरों में कंावडि़यों का सत्कार किया जा रहा है। हरिद्वार से आने वाले कांवडि़यों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

जयकारों की गूंज

शहर की सड़के भगवान भोलेनाथ के जयकारों से गूंज रही है। शहर के बाहर बाइपास से लेकर शहर में पल्लवपुरम से होते हुए गांधी बाग से बेगमपुल, सोतीगंज, भैसाली बस अड्डे से जगह जगह पर शिविरों में भोले के गीतों की धुन पर कांवडि़ये नाचते दिखाई दे रहे है।

कलश वाली कांवड़ का क्रेज

हर साल कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ में कुछ ना कुछ नया देखने को मिलता है। इस साल कांवड़ यात्रा में कलश वाली कांवड़ का संचालन अधिक देखने को मिल रहा है। जिसमें एक मजबूत डंडे पर दोनो पर गंगा जल से भरे कलश को बांध कर पैदल चल कर अपनी यात्रा को पूर्ण करते है। यह कांवड़ को लेकर चलना बहुत ज्यादा कठिन माना जाता है।

Posted By: Inextlive