- पूर्व एमडी के घर से डायरी व मोबाइल बरामद

- एपी मिश्र ने पीके गुप्ता से सामना करने से किया इन्कार

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रुष्टयहृह्रङ्ख : बिजली विभाग में अफसरों व कर्मचारियों के पीएफ घोटाले की जांच कर रही ईओडब्ल्यू ने गुरुवार सुबह आरोपियों पूर्व एमडी एपी मिश्र, पूर्व निदेशक वित्त सुधांशु द्विवेदी और सचिव ट्रस्ट पीके गुप्ता को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की। देरशाम ईओडब्ल्यू टीम ने एपी मिश्र व सुधांशु द्विवेदी के घरों पर छापेमारी की। इस दौरान टीम ने डायरी समेत कई दस्तावेज कब्जे में लिये।

ड्रिल मशीन से तोड़ा लॉकर

ईओडब्ल्यू टीम गुरुवार शाम पूर्व एमडी एपी मिश्र को लेकर उनके अलीगंज स्थित आवास पहुंची। जहां अलमारियों की तलाशी ली गई। इस दौरान परिवार से उन्हें लॉकर की चाभी नहीं दी गई, जिस पर टीम ने ड्रिल मशीन मंगाकर लॉकर तोड़ा। और उसमें रखी डायरी को जब्त किया। इसके अलावा उनके घर से मोबाइल फोन, पैन कार्ड व कुछ अन्य दस्तावेज भी कब्जे में लिये। इसके बाद टीम सुधांशु द्विवेदी को लेकर उनके विकासनगर स्थित घर पहुंची और वहां रखे दस्तावेज खंगाले।

हस्ताक्षर से किया इंकार

गुरुवार सुबह पूछताछ में एपी मिश्र ने पीके गुप्ता का सामना करने से इंकार कर दिया। जिसके बाद सुधांशु द्विवेदी और पीके गुप्ता का आमना-सामना कराया गया। इस दौरान सुधांशु द्विवेदी ने निजी कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफसीएल) में पीएफ की रकम के निवेश के निर्णय वाली फाइल पर हस्ताक्षर करने की बात से ही इन्कार कर दिया। बताया गया कि द्विवेदी ने कहा कि उन्हें अंधेरे में रखा गया और वह फाइल ही उन तक नहीं भेजी गई। ईओडब्ल्यू के एसपी का कहना है कि डीएचएफएल में निवेश के अप्रूवल संबंधी वर्ष 2017 की फाइल में एपी मिश्र के हस्ताक्षर हैं। यह अप्रूवल उन्होंने रिटायरमेंट से पहले दिया था। हालांकि गुरुवार को लंबी पूछताछ के बाद भी अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि 22 मार्च 2017 को हुई बैठक को आखिर 24 मार्च 2017 को होना क्यूं दिखाया गया था।

अहम जानकारी मिलने की उम्मीद

ईओडब्ल्यू टीम का कहना है कि आरोपियों से अलग-अलग भी पूछताछ की जाएगी। ईओडब्ल्यू को उम्मीद है कि एपी मिश्र के मोबाइल व डायरी से कई अहम जानकारियां हाथ लग सकती हैं। उल्लेखनीय है कि 4122.70 करोड़ के भविष्य निधि घोटाले की सीबीआई जांच की संस्तुति भी की जा चुकी है। सीबीआइ जांच शुरू करे, इससे पहले ईओडब्ल्यू पड़ताल में कहीं कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। यही वजह है कि जांच संभालने के बाद से ही ईओडब्ल्यू तेजी से जांच के कदम आगे बढ़ा रही है। ईओडब्ल्यू डीएचएफसीएल के अधिकारियों से पूछताछ की भी तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद डीएचएफसीएल के अधिकारियों को नोटिस देगी।

Posted By: Inextlive