इम्पैक्ट

-चीफ इंजीनियर के नेतृत्व में गठित की गई जांच कमेटी

-पंद्रह दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने के दिए निर्देश

-आई नेक्स्ट ने किया था ईपीएफ स्कैम का खुलासा

Meerut: बिजली विभाग में अफसरों व कांट्रेक्टर की मिली भगत से किए जा रहे संविदा कर्मचारियों के ईपीएफ घोटाले में एमडी ने जांच बैठा दी है। एमडी ने जोन के चीफ इंजीनियर के नेतृत्व में एक जांच कमेटी का गठन कर पंद्रह दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं।

क्या है मामला

मेरठ समेत पश्चिमांचल के चौदह जिलों में ख्00क् के बाद संविदा पर काम करने की प्रथा शुरू हुई थी, जिसको लेकर विभाग में बिजली घरों से लेकर दफ्तरों में कंप्यूटर ऑपरेटरों के लिए टेंडर आदि के माध्यम से विभाग में संविदा कर्मचारियों के तौर पर रखा गया। विभाग की ओर से इन संविदा कर्मचारियों के वेतन व ईपीएफ आदि के लिए पूरी व्यवस्था की गई थी, लेकिन विभाग में कांट्रेक्ट लेने वाला कांट्रेक्टर विभाग के अफसरों की मदद से न केवल इन कर्मचारियों से अधिक काम कराता था, बल्कि की इनके ईपीएफ की हजारों करोड़ की धनराशि भी डकार लेता था।

आईनेक्स्ट ने किया था खुलासा

बिजली अफसरों व कांट्रेक्टर के बीच हो रही संविदा कर्मचारियों के इस ईपीएफ घोटाले का खुलासा आईनेक्स्ट ने किया था, जिसके बाद पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम में हड़कंप मच गया है। विभाग के एमडी विजय विश्वास पंत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराने के निर्देश दिए हैं।

गठित की जांच कमेटी

एमडी के निर्देश पर एक जांच कमेटी का गठन किया गया है, जिसका जिम्मा जोन के चीफ इंजीनियर एके कोहली को दिया गया है। ऊर्जा भवन के निर्देशानुसार चीफ इंजीनियर पूरे मामले की जांच कर पंद्रह दिनों के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

संविदा कर्मचारियों के ईपीएफ में की जा रही धोखाधड़ी एक गंभीर मामला है। मामले की जांच के लिए चीफ इंजीनियर के नेतृत्व में एक जांच कमेटी का गठन किया गया है। दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

विजय विश्वास पंत, एमडी, पीवीवीएनएल

Posted By: Inextlive