- गुरू जी पूरी शिद्दत के साथ कॉपी का आखिरी पेज तक पलट रहें

- जीआईसी में हिन्दी की कॉपी में मैडम को मिला 100 का नोट

KANPUR:

यूपी बोर्ड का मूल्यांकन भ् दिन पहले विधिवत शुरू हो गया, लेकिन अभी तक उत्तर पुस्तिकाओं में निकलने वाला एक भी रुपया सरकारी खजाने में जमा नहीं हुआ। कॉपी में निकलने वाला पैसा या तो गुरू जी की जेब में जा रहा है या फिर कॉपी जांचने वाले कोल्ड ड्रिंक, लस्सी चाय उड़ा रहे हैं। गुरुवार को तो गजब हो गया जब जीआईसी में इंटर सामान्य हिन्दी की कॉपी में मैडम को क्00 का नोट मिल गया। जब मूल्यांकन केंद्र प्रभारी से बात की गई तो वह बोले पैसा निकल तो रहा है लेकिन जमा कोई नहीं कर रहा है।

पैसा निकलने की सुगबुगाहट

आमतौर पर कॉपी चेक करने वाले परीक्षक जहां स्टूडेंट लिखना बंद कर देता है, उसी पेज पर साइन मार देते हैं। लेकिन अब जब से कॉपी में रुपया निकलने लगा तब से गुरू जी कॉपी का आखिरी पेज तक इसलिए चेक कर रहे हैं कि कहीं नोट तो नहीं रखा है। हरजेन्दर इंटर कॉलेज के मूल्यांकन प्रभारी एस के सचान ने बताया कि इंटर मैथ की कॉपी में नोट निकलने की सुगबुगाहट आई थी, लेकिन किसी परीक्षक ने पैसा जमा नहीं किया है। शुक्रवार को ब्8 हजार से ज्यादा कॉपी चेक की गई।

कानूनी पचड़े में कौन फंसे

डीएवी कॉलेज के मूल्यांकन प्रभारी केके मिश्रा ने आर्डर जारी कर दिया है कि अगर किसी कॉपी में पैसा मिले तो उसे सरकारी खजाने में जमा किया जाएगा। पैसा जमा करने के साथ टीचर को गवाह बनना पड़ेगा। छात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। कानूनी पचड़े से बचने के लिए कोई भी टीचर पैसा जमा नहीं करता है। उन्हें जानकारी मिली है कि कुछ कॉपियों में पैसा निकला है। लेकिन आज तक किसी भी टीचर ने जमा नहीं किया है। बाल विद्यालय के मूल्यांकन प्रभारी हरिश्चन्द्र दीक्षित ने बताया कि कोई परीक्षक नही बता रहा है कि पैसा निकला है। अगर कोई जमा करेगा तो फिर विधिक कार्यवाही की जाएगी।

वर्जन

बोर्ड के मूल्यांकन में अगर किसी भी कॉपी में पैसा निकलता है तो उसे नियमत: मूल्यांकन केंद्र प्रभारी के पास जमा करना होगा। यह पैसा ट्रेजरी में जमा किया जाएगा। बीते पांच दिन में भी एक भी रुपया किसी भी कॉपी में नहीं मिला है। कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए कोई भी टीचर नोट निकलने की बात स्वीकार नहीं करता है। अगर किसी ने शिकायत की तो फिर एक्शन लिया जाएगा।

एस पी पटेल , डीआईओएस

Posted By: Inextlive