-पब्लिक प्लेसेज और स्कूल-कॉलेजज के बाहर बढ़ रही छेड़छाड़ की घटनाएं

-पुलिस और एंटी रोमियो स्क्वायड नदारद, शोहदों से ग‌र्ल्स में दहशत

बरेली : हैदराबाद में वेटेरेनरी डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस घटना के बाद बेटियों की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे किए, शहर में भी महिलाओं की सुरक्षा के दावे किए गए। साथ ही ग‌र्ल्स को रात में सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए पीआरवी भी तैनात की गई लेकिन इन सबके बावजूद आज ग‌र्ल्स की सिक्योरिटी में कोई खास सुधार नहीं है। ट्यूजडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने शहर के कुछ स्कूल-कॉलेजज के बाहर रियलिटी चेक किया तो शोहदों की निगाहें उन्हें घूरती नजर आई। जिसकी वजह से असहज और डरी सहमी दिखीं।

बीसीबी गेट पर रहता जमावड़ा

कालीबाड़ी स्थित बरेली कॉलेज के गेट के बाहद दोपहर 12.30 बजे कुछ दूसरे कॉलेज के स्टूडेंट्स गुट बनाकर खड़े थे जो कॉलेज गेट पर खड़ी ग‌र्ल्स को घूर रहे थे। साथ ही कमेंट भी कर रहे थे। लेकिन वहां उनको रोकने वाले कोई नहीं था। सिक्योरिटी गार्ड कॉलेज के अंदर बने बैरियर पर ड्यूटी दे रहा था जिसे बाहर हो रही घटना से कोई वास्ता नहीं था। वहीं ग‌र्ल्स के जाने के बाद शोहदे भी चले गए।

एंटी रोमियो स्क्वायड नदारद

टोटल 193 1169 535

महिलाओं के सभी मामलों को गंभीरता से लिया जाता है। टोल फ्री नंबर के साथ ही नजदीकी थानों वह शिकायत दर्ज कर सकती है। दर्ज मुकदमों की पुलिस पैरवी कर आरोपितों को सजा दिलाने का काम करती है। एंटी रोमियो बराबर मनचलों पर कार्रवाई करता है।

रविंद्र सिंह, एसपी सिटी

मनचलों पर नजर रखने के लिए एंटी रोमियो स्क्वॉयड कॉलेज के गेट तैनात रहती है। जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम जीजीआईसी कॉलेज पहुंची, तो पता चला कि गेट पर तैनात रहने वाला एंटी रोमियो स्क्वॉयड कई-कई दिनों तक नदारद रहता है। जिसकी वजह से शोहदों के हौसले बुलंद हैं। लिहाजा कॉलेज प्रशासन को मनचलों पर निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी का सहारा लेना पड़ता है।

पुराना रोडवेज पर अकेला देख होती छेड़छाड़

पुराना रोडवेज बस स्टैंड पर डेली हजारों लेडीज आती-जाती हैं। ऐसे में शोहदे गुट बनाकर चाय के खोमचो, फल और होटलो में खड़े रहते हैं जो ग‌र्ल्स से छेड़छाड़ करते हैं। अकेले गुजरने वाली ग‌र्ल्स पर कमेंट करते हैं और उनका पीछा तक करते हैं। वहीं पुलिस का दावा है कि पुराना रोडवेज पर चीता मोबाइल हमेशा गश्त करती है। लेकिन रियलिटी चे के दौरान सिक्योरिटी को लेकर कोई इंतजाम नहीं दिखे।

पब्लिक प्लेसेज पर सेफ नहीं ग‌र्ल्स

वीकएंड और शाम के टाइम कई लोग पार्को और मॉल्स में सैर सपाटा के लिए जाते हैं। ट्यूजडे को जब टीम गांधी उद्यान पार्क और अयूब खां चौराहा के शॉपिंग सेंटर पहुंची तो देखा यहां भी शोहदे छेड़खानी कर रहे थे। शाहदों के गुट में होने की वजह से कई ग‌र्ल्स बिना कुछ बोले वहां से निकल गई।

फैसिलिटीज न होने से होती परेशानी

शहर में एक ओर जहां लेडीज को छेड़खानी जैसी घटनाओं का सामना करना पड़ता है तो वहीं दूसरी तरफ पब्लिक प्लेसेज पर लेडीज के लिए वॉशरूम तक नहीं है। जिसकी वजह से उन्हें परेशनियों का सामना करना पड़ता है। बरेली जंक्शन, कुतुबखाना आदि जगहों पर महिलाओं के लिए वॉशरूम आदि की सुविधा नहीं है। जहां पर हैं वहां या तो गंदगी है या फिर ताले लगे हुए हैं।

शोहदों को सिखाया था सबक

करीब एक हफ्ते पहले सिविल लाइन्स में दो मनचलों को दो स्टूडेंट्स ने सबक सिखाया था। ये शोहदे दोनों ग‌र्ल्स को स्कूल जाने और लौटने के समय परेशान कर रहे थे जिससे तंग आकर स्टूडेंट्स ने हिम्मत दिखाई और उनकी शिकायत घर और कॉलेज में की। जिसके बाद कॉलेज की प्रिंसिपल ने उन शोहदों को पुलिस के हवाले कर दिया था।

तीन साल में बढ़ा क्राइम

बेटियों की सुरक्षा के लिए कई कानून बने हो, लेकिन इनका असर धरातल पर दिखाई नहीं पड़ता है। मसलन, अभी तक आधी आबादी अपने आपको महफूज नहीं मानती है। यह हम नहीं बता रहे, बल्कि डिस्ट्रिक्ट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (डीसीआरबी) के आकड़े पुलिस की पोल खोल रहे हैं। पिछले दिन सालों में दुष्कर्म, छेड़खानी और पॉक्सो एक्ट के टोटल 1897 मामले शहर के कई थानों में दर्ज है। जबकि कई केस ऐसे भी है जोकि समाज में बदनामी के घर से दबा दिए गए।

साल दुष्कर्म छेड़खानी पॉक्सो एक्ट

2017 60 394 203

2018 70 411 186

2019 63 364 146

Posted By: Inextlive