कभी एकस्‍ट्रा उंगलिया तो कभी एकस्‍ट्रा हाथ या पैर। ऐसी चौंकाने वाली चीजों को लेकर कई इंसानो के बारे में हमने सुना है। वहीं इस बार आप ये जानकार दंग रह जाएंगे कि ऐसी अद्भुत चीज यहां परिवार के सिर्फ एक सदस्‍य को नहीं मिली बल्‍कि परिवार के हर सदस्‍य के लिए ये हैरतंगेज चीज उनकी निशानी बन गई है। जी हां यहां बात हो रही है एक ऐसे परिवार की जिसमें कुल 25 सदस्‍य हैं। बड़ी बात तो ये है कि इन सभी सदस्‍यों के पास ईश्‍वर की दी हुई एक अद्भुत निशानी है। क्‍या है वो आइए जानें...।


ऐसा है ये परिवार यहां बात हो रही है बिहार जिले के एक छोटे से गांव की। इस गांव में एक अनोखा परिवार रहता है। ये परिवार अनोखा इसलिए है क्योंकि इसके सभी सदस्यों के पास ईश्वर की दी हुई एक निशानी है। दरअसल इस परिवार में कुल 25 सदस्य हैं। यहां याद दिला दें कि आमतौर पर हर इंसान के पास 10-10 उंगलियां होती हैं, लेकिन यहां मामला जरा हटके है। ऐसे हैं इसके सदस्य


यहां परिवार के हर सदस्य के पास 10-10 की जगह 12-12 उंगलियां हैं। ये मामला इसलिए भी ज्यादा हैरत में डाल देता है कि हर सदस्य एक ही क्वालिटी लेकर दुनिया में आया। इस परिवार के मुखिया 50 साल के मजदूर कृष्णा चौधरी बताते हैं कि उनके दोनों हाथों में 5-5 नहीं, बल्िक 6-6 उंगलियां हैं। इसके आगे कृष्णा बताते हैं कि उनके पिता और अन्य भाई-बहनों के पास भी 12-12 उंगलियां हैं। पढ़ें इसे भी : इसके हैं चार पैर, दो काटे जाएंगे, तब होगा नॉर्मलईश्वर की देन मानते हैं इसे

वह कहते हैं कि ईश्वर की इस अद्भुत देन से घर के लड़कों और पुरुषों को तो कोई तकलीफ नहीं होती, लेकिन लड़कियों के लिए ये समस्या बड़ी है। इसका कारण है कि उनकी शादी करनी है। अब कई बार लड़के वाले इस क्वालिटी को ही देखकर शादी के लिए न कर देते हैं। यहीं कृष्णा का ये भी कहना है कि न जाने लोग ईश्वर के इस आशीर्वाद को बुरा क्यों मानते हैं। पढ़ें इसे भी : दुनिया के इस सबसे छोटे कपल के लिए बड़ा दिनबस इसमें होती है परेशानी यहां कृष्णा की भाभी सितबिया कहती हैं कि वो तो इसे ऊपरवाले का आशीर्वाद ही मानती हैं। वह कहती हैं कि परिवार के सभी सदस्यों को मिली उनकी ये खूबी सभी को आपस में जोड़े रखती है। हां, इसमें एक परेशानी जरूर होती है। इसको लेकर कृष्णा कहते हैं कि पैरों में उंगली ज्यादा होने पर पैरों के लिए आरामदायक चप्पलें नहीं मिलती हैं।पढ़ें इसे भी : ऐसी एलर्जी कि अब यह महिला पति को भी नहीं कर पा रही बरदाश्त...ऐसा है डॉक्टर का कहना

उधर, इस निशानी के बारे में त्वचा विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. आयुष गुप्ता कहते हैं कि ऐसी स्थिति को पॉलीडेक्टिली कहा जाता है। ये एक तरह की अनुवांशिक बीमारी होती है, जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में आसानी से चली जाती है। ऐसे में एक के बाद दूसरे को भी ऐसा ही लक्षण मिलना स्वभाविक सी बात है। अपनी इसी क्वालिटी को लेकर कृष्णा का ये परिवार पूरे गांव में मशहूर है।Weird News inextlive from Odd News Desk

Posted By: Ruchi D Sharma