-पटना हमारी जन्मभूमि व गुरु का घर है

PATNA CITY: पॉप सिंगर व सूफी गायन के लिए फेम दलेर मेहंदी बुधवार को अलग मूड में दिखे। उद्घाटन सत्र पूरा होने के बाद उनके आने का इंतजार हो रहा था। अशोक राजपथ के रास्ते आयोजन स्थल राजकीयकृत उच्च विद्यालय आने के कारण उनका काफिला जाम में फंस गया। वे आयोजन स्थल कुछ देर से पहुंचे।

हर कार्यक्रम रद्द कर आता

दलेर ने कहा कि पटना साहिब महोत्सव में ख्0क्ख् में भी आया था। इस बार भी जैसे ही संपर्क साधा गया, तुरत हामी भर दी और आ गया। पटना हमारी जन्मभूमि व गुरु का घर है। कल ही हैदराबाद में प्रोग्राम पेश करना है। मार्निग आठ बजे पटना से प्रस्थान करेंगे।

फ्भ्0 साल पर गाना बनाया

दलेर ने कहा कि दशमेश पातशाह गुरु गोविंद सिंह महाराज के फ्भ्0वां प्रकाश पर्व को लेकर तख्तश्री कमेटी के आग्रह करने पर एक गाना तैयार किया है। इसमें व‌र्ल्ड के सिख समाज व गुरु के चाहने वालों को पटना साहिब आने को निमंत्रण दिया है। इसके बोल हैं साढ़े तीन सौ साल सच्चे पातशाह दे नाल साहिबे कमाल, बधाइयां बधाइयां बधाइयां वे आज सूफी व भोजपुरी पर भी कमांड रखते हैं और पटना में पेश होने वाले कार्यक्रम में हर किसी के फरमाइश का ख्याल रखेंगे। दलेर ने कहा कि कल उनका प्रोग्राम हैदराबाद, फिर चंडीगढ़ के ऊना, दिल्ली, विलासपुर आदि जगहों पर लगातार जून तक है। फिर भी यहां से कार्यक्रम पेश करने की सूचना मिलते ही हामी भर दी।

शराबबंदी से बेहतर माहौल

शराबबंदी के बाबत पूछे जाने पर दलेर ने कहा कि इससे खुश हैं। गुरु महाराज ने भी लोगों से नशा के सेवन से दूर रहने को कहा है। नशा आदमी को बर्बाद कर देता है। परिवार तबाह कर देता है और कहीं का नहीं छोड़ता है। हर धर्म में नशा की खिलाफत की गई है। चाहते हैं कि नशा पर पूरी तरह से बैन हो।

मानवता का दिया संदेश

गायक दलेर मेहंदी ने कहा कि गुरू ने जाति-पाति व ऊंच-नीच के भेदभाव को दूर करने का काम किया। तभी तो उन्होंने पांच लोगों के शीश मांग कर उन्हें अमृतपान करा उन्हीं से खुद अमृतपान कर आपे गुरु चेला का दौर शुरू किया। उन्होंने संदेश दिया कि मानस की जात सब एकै पहिचानो। इसलिए हर गरीब व जरूरतमंदर की मदद करो। गरीबों व दुर्बल की सेवा करो।

Posted By: Inextlive