मुन्ना भाइयों का तगड़ा खेल

आजकल मुन्ना भाई किसी कॉम्पटीशन को पास करने के लिए इस खेल के माहिर लोगों का सहारा ले रहे हैं। एग्जाम को पास कराने के लिए फार्म कोई भरता है और उसे पास करने वाला कोई और होता है। कई जगह खुलासा हो जाता है और कई जगह खेल हो जाता है। इस खेल में मुन्ना भाइयों को हायर करने वाला भी गिरोह काम कर रहा है। जो एग्जाम पास कराने तक का जिम्मा लेता है। अब तो नौकरी के लिए एग्जाम पास कराने और फिर ज्वाइनिंग के बाद पहली सेलरी तक का जिम्मा लिया जा रहा है। इस खेल से उन लोगों को नौकरियां नहीं मिल पा रहीं जो इसके काबिल हैं।

इनके सामने सबकुछ फेल

मुन्ना भाइयों के खेल को रोकने लिए अब कई एग्जाम में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की जाने लगी है। एग्जाम देने वाले कैंडीडेट्स की फोटो, बायोमेट्रिक सिस्टम और सीसीटीवी कैमरे के साथ जैमर तक लगाए जाने लगे हैं। सीपीएमटी के एग्जाम में ऐसा ही कुछ हुआ था। जहां सबकुछ होने के बाद भी पेपर आउट हो गया और मुन्ना भाई कोई पकड़ा नहीं गया। इसका सबसे बड़ा कारण इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज हैं। आपको पता भी नहीं चलेगा और सबकुछ हो जाएगा। आपके पास पेपर का पूरा सॉल्यूशन मौजूद होगा और एग्जाम देकर निकल जाएंगे। आपको कोई पकड़ भी नहीं सकता। जिसका फायदा उठाकर ये गैंग लगातार पनप रहे हैं।

हाल के किस्से

- 27 अक्टूबर 2014 को मोदीपुरम स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने आए फर्जी स्टूडेंट और उसके पिता को पकड़ लिया गया। जिसमें पेपर किसी ने दिया था और एडमिशन कोई दूसरा ले रहा था।

- 24 जून 2014 को ही कृषि यूनिवर्सिटी में सात मुन्ना भाई पकड़े गए थे। जिनकी जगह एग्जाम किसी दूसरे ने दिया था और एडमिशन लेने ये लोग पहुंचे थे।

- 22 जून 2014 को होने वाला सीपीएमटी का एग्जाम सिक्योरिटी के बीच कराए जाने की तैयारी थी। लेकिन इससे पहले ही पेपर आउट हो गया और एग्जाम स्थगित कर दिया गया।

- 2 जून 2014 को सीसीएस यूनिवर्सिटी में होने वाला बीएससी गणित का पेपर आउट हो गया था। जिसके चलते पेपर स्थगित करना पड़ा था।

- 20 अक्टूबर 2013 को एसएससी के क्लेरिकल एग्जाम का पेपर आउट हुआ था। जिसमें कैंडीडेट्स इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ पकड़ा गया था। जिसको सॉल्यूशन उपलब्ध कराया जा रहा था।

- 20 अक्टूबर 2013 को होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा स्थगित कर दी गई थी। जिसमें बाइस लाख से अधिक कैंडीडेट्स एग्जाम देने के लिए शामिल हुए थे।

- 30 जून 2013 को होने वाले आरपीएफ सिपाही भर्ती परीक्षा का एग्जाम पेपर आउट हो गया था। उसमें भी मोबाइल के जरिए एग्जाम सॉल्व कराया जा रहा था। इस जगह भी बड़ौत का ही अरविंद राणा का गैंग शामिल था।

- 1 फरवरी 2013 को एलएलबी का पेपर आउट हो गया था। जिसके चलते परीक्षा स्थगित करनी पड़ी थी।

- 16 सितंबर 2011 को ब्रह्मापुरी इलाके में एसओजी ने फर्जी सर्टिफिकेट के बड़े खेल का खुलासा किया था। जिसमें दो फर्जी वकील भाई इस खेल को चला रहे थे। जिनके पास से हजारों हर तरह के सर्टिफिकेट बरामद किए गए थे।

Posted By: Inextlive