- एक्स सीएम जीतन राम मांझी ने कहा-बिहार सरकार कानून व्यवस्था लागू करने में नाकाम

PATNA: सीकू की मौत ने सिर्फ उसके परिजनों को ही नहीं हिलाया। उसकी मौत की खबर जिस-जिस ने सुना, सब हिल गया। राजधानी में उग्र छात्रों ने शव के साथ प्रदर्शन किया। एमपी पप्पू यादव सीकू से मिलने बुधवार को क्क् बजे हॉस्पीटल जाने वाले थे, लेकिन उन्हें जैसे ही अहले सुबह पता चला कि सीकू की मौत हो गई है, वे रूबन इमरजेंसी पहुंचे। रोड मार्च किया। उनके साथ बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स भी सड़क पर उतरे। सरकार और पुलिस विरोधी नारे खूब गूंजे। इस बीच, पुलिस बल की बड़ी तैनाती दिखी कि कहीं छात्रों का गुस्सा भड़क ना जाए। सीकू सैदपुर हॉस्टल में रहता था, इसलिए भी बड़ी संख्या में छात्र सड़क पर उतरे। कारगिल चौक पर कुछ देर के लिए जाम भी लग गया।

बिहार में कानून का राज नहीं

एमपी पप्पू यादव ने क्क् जुलाई को बिहार बंद का आह्वान किया है। उन्होंने नीतीश सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इस बंद में तमाम छात्र संगठनों को आगे आना चाहिए। पप्पू यादव ने पीडि़त परिवार को एक लाख रुपए भी दिए। एक्स सीएम जीतन राम मांझी ने सीकू की मौत पर कहा कि बिहार में कानून का राज नहीं है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय और बिहार सरकार दोनों को निशाने पर लिया मांझी ने। कहा मैं क्ख्वीं क्फ्वीं बार कह रहा हू् कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा बिहार सरकार कानून व्यवस्था लागू करने में नाकाम है।

Posted By: Inextlive