-सुशील मोदी ने लगाया आरोप, कहा नीतीश कुमार चुप क्यों हैं?

- दोषियों को चिन्हित करने कर सख्त कार्रवाई की मांग की

PATNA: एक्स डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने जल संसाधन डिपार्टमेंट में फ्9ख् जूनियर इंजीनियर (सिविल) के पदों पर हुई नियुक्ति में घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पांच बार आरोप पत्र भेजे जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। पटना हाईकोर्ट के आदेश से हुए पुनर्मूल्यांकन में इस फर्जीवाडे़ का भंडाफोड़ हुआ है। जेई नियुक्ति के लिए परीक्षा आयोजित करने से लेकर रिजल्ट जारी करने तक हुए फर्जीवाड़े से सरकार पर कई गंभीर सवाल खड़े हुए हैं।

दो दिनों पहले ओएमआर शीट क्यों?

सुशील मोदी ने पूछा है कि जब म्,0क्7 अभ्यर्थियों के लिए एग्जाम आयोजित किया गया तो क्फ्,ख्क्0 ओएमआर शीट क्यों निर्गत किए गए? परीक्षा केन्द्र पर दो घंटे पहले ओएमआर शीट देने के नियम का उल्लंघन कर दो दिन पहले क्यों दिया गया? परीक्षा होने से बाद 7,क्9फ् ओएमआर शीट का कोई लेखाजोखा सरकार के पास क्यों नहीं है? परीक्षा विवरण से संबंधित पुरानी सीडी कोक किसके आदेश पर नष्ट किया गया? अभ्यर्थियों के हस्ताक्षर में गद्धांश नहीं लिखे होने और हिन्दी व अंग्रेजी में हस्ताक्षर नहीं होने के बावजूद ओएमआर शीट की जांच कैसे हो गई?

ओएमआर शीट में हेराफेरी

उन्होने कहा कि भ् जनवरी को जारी रिजल्ट में ओएमआर शीट में हेराफेरी कर ख्ख् ऐसे अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया था जिन्हें जीरो या निगेटिव अंक मिले थे। इसका खुलासा पटना हाईकोर्ट के क्7 अप्रैल, ख्0क्फ् के आदेश के बाद हुए पुनर्मूल्यांकन में हुआ है जिसमें ख्म् ऐसे अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए जिन्हें पहले फेल कर दिया गया था। इस घोटाले से संबंधित आरोप पत्र कर्मचारी चयन आयोग द्वारा सीएम के संज्ञान के लिए सामान्य प्रशासन विभाग को पांच बार फ्क् दिसंबर, ख्0क्ब्, ख्7 फरवरी, क्फ् अप्रैल, क्ख् और ख्ख् मई ख्0क्भ् को भेजा गया। मगर न तो कोई कार्रवाई की गई और न ही विसंगतियों को दूर करने के लिए कोई निर्देश दिया गया।

दर्ज नहीं हुई प्राथमिकी

सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार इस पर चुप्पी साधे हुए हैं। जेई भर्ती घोटाले में किसी के खिलाफ न तो प्राथमिकी दर्ज करायी गई है और न ही किसी को निलंबित और गिरफ्तार किया गया है। सुशील मोदी ने उच्चस्तरीय जांच कराने और दोषियों को चिन्हित करने कर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

Posted By: Inextlive