- एसकेएम में वर्तमान राजनीति और मुसलमान विषय पर राज्य स्तरीय मुस्लिम सम्मेलन का आयोजन

- सुशील मोदी के निशाने पर रहे लालू और नीतीश, नीतीश सरकार में मंत्री रहे जमशेद अशरफ रहे संयोजक

PATNA: मुस्लिम वोट बैंक लगभग क्म् परसेंट है बिहार में। कभी लालू प्रसाद के माई (मुसलमान-यादव) समीकरण में मुलसमानों का वोट आरजेडी को बड़ी संख्या में जाता रहा। कांग्रेस भी इस वोट बैंक पर अपने दावे करती रही है, पर इस बार परिस्थितियां कुछ बदली-बदली नजर आ रही हैं। 'वर्तमान राजनीति और मुसलमान' विषय पर राज्य स्तरीय मुस्लिम सम्मेलन का आयोजन मुस्लिम बेदारी मुहिम की ओर से एसकेएम में हुआ, तो इसमें बड़ी संख्या में अल्पसंख्यकों ने अपनी भागीदारी दिखायी। बैनर पर ही पीएम नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की फोटो बताती रही कि आयोजन पर बीजेपी का बड़ा प्रभाव है या फिर यह आयोजन बीजेपी के नेताओं ने कराया है। संयोजक जमेशद अशरफ कभी नीतीश सरकार में मंत्री हुआ करते थे, अब बीजेपी में हैं।

लाल-राबड़ी सरकार में कितनी घेराबंदी?

इस मौके पर एक्स डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि वित्त मंत्री के नाते 8भ्00 कब्रिस्तानों में से साढ़े भ् हजार कब्रिस्तानों की घेराबंदी के लिए पैसे दिए। लालू-राबड़ी ने क्भ् सालों में कितनी घेराबंदी थी? नीतीश कुमार ने गठबंधन टूटने के बाद कितनी घेराबंदी की ?

फ्ख् से ज्यादा मामलों में गवाह, पर

भागलपुर दंगे की चर्चा करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि इस दंगा आयोग की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कांग्रेस राज में दंगा हुआ और लालू-राबड़ी की क्भ् साल की सरकार में भागलपुर दंगा के दोषियों का बचाने का काम किया गया, जबकि फ्ख् से ज्यादा मामलों में गवाह मौजूद थे। एनडीए की सरकार जब बनी, तब फिर से ये मामले खोले गए। अब नीतीश कुमार उसी लालू प्रसाद से मिल कर शासन चला रहे हैं। दंगे पर जेडीयू के प्रवक्ता की बोलती बंद है। वे चुप हैं।

कामेश्वर यादव कौन है?

सुशील मोदी ने कहा कि ये कामेश्वर यादव कौन है? किसने उसे बरी कराया? पांच मुकदमों में लालू प्रसाद ने उन्हें बरी करवाया। सोनपुर मेला में कामेश्वर यादव को सम्मानित भी किया गया। कहा कि मुसलमानों को डरा-डरा कर उनकी जमीन औैने-पौने भाव में खरीदी गई। उन्होंने कहा कि सात सालों में बीजेपी के किसी मंत्रियों ने कोई भेदभाव नहीं किया। अब एक मौका हमें दीजिए। उन्होंने एक बार बीजेपी, इस बार बीजेपी का नारा लगवाया।

कौन है जिम्मेवार, वह समझिए

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि आप जो लाइन अख्तियार करेंगे, वही राज्य की दिशा होने जा रही है। मुसलमान जिस स्थिति में हैं, वह काफी खराब है। इसके लिए कौन जिम्मेवार है ये जानना आपके लिए सबसे जरूरी है।

सिफी राजनीतिक दोहन किया गया

संयोजक व एक्स मिनिस्टर जमशेद अशरफ ने कहा कि मुसलमानों को खौफ की सियासत से बाहर निकाल कर विकास एवं परिवर्तन की राजनीति को अपनाना होगा। तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों ने मुसलमानों का सिर्फ राजनीतिक दोहन किया। वोट बैंक की राजनीति ने इस समुदाय को हाशियाबरदार बना दिया। नतीजा ये कि मुसलमान सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक और सियासी मैदान में काफी पिछड़ चुका है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट कहा कि हम मुसलमानों के एक हाथ में कुरान और एक हाथ में कंप्यूटर देखना चाहते हैं।

अल्पसंख्यक आयोग पंगु

जमशेद अशरफ ने कहा कि नीतीश सरकार फारबिसगंज कांड की सीबीआई जांच कराने से कतराती रही है, जबकि भागलपुर का दर्द इनको बड़ी सताती है। यह कैसे भूल सकते हैं कि भागलपुर दंगा के मुख्य सरगना को उड़नखटोला में वह कितनी शान से घूम रहे थे। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक आयोग पंगु है। उर्दू शिक्षकों की बहाली में स्वयं सरकार ने अड़ंगा लगा दिया, जिस कारण मामला अदालत में लंबित है। मौके पर एमपी व मिनिस्टर रामकृपाल यादव, शिक्षाविद् सरवर आबदीन, सहसंयोजक दानिश आबदीन, महासचिव दीपक शर्मा ने भी अपने विचार रखे।

Posted By: Inextlive