-धनबाद में पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के मामले में मिर्जापुर से पकड़ा गया शूटर, जेल में बंद एक कुख्यात से पहुंचा था मिलने

-इलाहाबाद में किसी की हत्या के लिए पांच लाख की सुपारी हुई थी तय

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धनबाद (झारखंड) में पूर्व डिप्टी मेयर व कांग्रेसी नेता नीरज सिंह समेत चार की हत्या के मामले में शूटर अमन सिंह आजमगढ़, फैजाबाद, गोंडा, बस्ती, मिर्जापुर, इलाहाबाद व वाराणसी में ठिकाना बदल-बदल कर रह रहा था। एसटीएफ के अनुसार दो बाइकों से अमन व उसके तीन साथी वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए थे। दोनों बाइक एनएच दो पर लावारिस हाल में बरामद की गई थीं। वहां से बस से सभी पश्चिम बंगाल के आसनसोल पहुंचे थे जहां बिना नंबर की एसयूवी गाड़ी में कुख्यात प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी का करीबी पंकज सिंह मिला था। यह वही पंकज सिंह है जिसने डिप्टी मेयर की हत्या की डील कराई थी। उसने वारदात में प्रयुक्त असलहे सभी से वापस ले लिए थे।

50 लाख में हुई थी डील

आसनसोल से चारों शूटर अमन, सतीश, सोनू व विजय ट्रेन से बक्सर (बिहार) गए और वहां से जीप से बलिया पहुंचे थे। बलिया से चारों अलग-अलग स्थानों के लिए चले गए थे। वारदात को अंजाम देने के लिए सुपारी के रूप में 50 लाख रुपये देने की बात फिक्स हुई थी। एसटीएफ की मानें तो फरारी के बाद से शूटर अमन का पंकज से संपर्क नहीं हो सका। पूर्व डिप्टी मेयर की हत्या में शामिल शूटर अमन सिंह अंबेडकरनगर के राजेसुल्तानपुर थानांतर्गत जगदीशपुर, कादीपुर का मूल निवासी है। उसका आपराधिक इतिहास सात साल पुराना है। उस पर बलवा, हत्या का प्रयास सहित विभिन्न आरोपों के तहत पहला मामला 2010 में उसके गृह जनपद के थाने में दर्ज हुआ था।

बंदी रक्षक भी आया घेरे में

शूटर अमन अपने साथी के साथ मिर्जापुर जेल में बंद मुन्ना बजरंगी के करीबी रिंकू सिंह से मिलने जा रहा था। उसी दौरान एसटीएफ ने दोनों को दबोच लिया। इलाहाबाद व सिंगरौली में किसी की हत्या के लिए पांच लाख रुपये सुपारी देने के लिए रिंकू ने अमन को बुलवाया था। इसी सिलसिले में वह जेल मिलने जा रहा था। रिंकू ने अमन को बताया था कि जेल का बंदी रक्षक सुनील तिवारी उसे बिना किसी औपचारिकता के मिलवा देगा। इस तथ्य के प्रकाश में आते ही अब बंदीरक्षक पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।

हत्या की थी साजिश

पूछताछ में अमन ने एसटीएफ को बताया कि उसका एक साथी बृजेश सिंह वाराणसी का निवासी है और इस समय अयोध्या में उदासीन अखाड़ा में रहता है। बृजेश ने उसे अपने किसी विरोधी की हत्या कराने के लिए अभिनव के माध्यम से अयोध्या बुलवाया था जहां वह तीन दिन रहा था। विरोधी के पास लाइसेंसी असलहे होने के कारण सही अवसर की तलाश में था। अमन का अभिनव रिश्तेदार है और फरारी के दौरान वह विभिन्न स्थानों पर उसे रूकवाने की व्यवस्था करता था।

अब विधायक की बढ़ेगी मुश्किल

धनबाद में चार लोगों की जघन्य हत्या के मामले में मृतक नीरज के चचेरे भाई व विधायक संजीव सिंह सहित पांच लोग नामजद किए गए थे। घटना में शामिल शूटरों का पता नहीं चल सका था। विधायक ने इस मामले में खुद को फंसाने का आरोप लगाया था। हालांकि शूटर की गिरफ्तारी के बाद विधायक की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

Posted By: Inextlive