RANCHI : आज तक आपने चांद पर जाने और उससे जुड़े कई मिशन के बारे में सुना होगा। सभी मिशन अमेरिका, रूस और चीन जैसे विकसित देशों से जुड़ा होता है। लेकिन, एक्सएलआरआई (जमशेदपुर) के एक पूर्व छात्र की कंपनी को चांद पर प्राइवेट यान भेजने की अनुमति मिल गयी है। एनआरआई नवीन जैन के मून एक्सप्रेस को अमेरिका ने चांद पर भेजने की इजाजत दे दी है।

नवीन मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली के रहने वाले हैं। उनके पिता नरेंद्र जैन पीडब्ल्यूडी में एक सिविल इंजीनियर थे। उनके दादा दत्ताराम एक ट्रेडर थे। 6 दिसंबर 1959 को जन्मे नवीन ने अपना प्राइमरी एड्युकेशन कई जिलों में रहकर पूरा किया। बाद में उन्होंने आईआईटी रुड़की और एक्सएलआरआई जमशेदपुर में च्च्च शिक्षा हासिल की। नवीन जैन एक्सएलआरआइ के पर्सनल मैनेजमेंट एंड इंडस्ट्रीयल रिलेशंस (पीएमआइआर) के 1980-82 बैच के छात्र रहे हैं। आज अमेरिका के गिने-चुने अमीरों में नवीन का भी नाम शुमार होता है। चांद पर कमर्शियल रोबोटिक लैंडर उतारने का लाइसेंस मिलने के बाद नवीन जैन की कंपनी अब नासा के साथ मिलकर चांद की खोदाई की योजना पर काम कर रही है। इसके लिए रोबोटिक लैंडर तैयार किए जा रहे हैं।

यह उपलब्धि इसलिए भी एक्सएलआरआइ के पूर्व छात्र के लिए बड़ी है, क्योंकि विश्व में अब तक किसी को भी धरती की कक्ष से बाहर निजी अंतरिक्ष यान भेजने की अनुमति नहीं मिली थी और न ही कोई निजी अंतरिक्ष यान धरती की कक्ष से बाहर भेजा गया था। वाह्य अंतरिक्ष में अबतक सिर्फ सरकारी एजेंसियों के अंतरिक्ष यान ही भेजे गये हैं। 2010 में नवीन जैन ने मून एक्सप्रेस की स्थापना की थी, तभी से वे इस लाइसेंस के लिए प्रयासरत थे।

परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में आ सकती है क्रांति

नवीन जैन के मून एक्सप्रेस का उद्देश्य चांद से कुछ ऐसे प्राकृतिक संसाधन पृथ्वी पर लाना है, जिनसे बड़ा फायदा कमाया जा सके। कंपनी हीलियम-3 गैस पृथ्वी पर लाना चाहती है, ताकि रिएक्टरों रेडियो एक्टिव वेस्ट के बिना ही परमाणु ऊर्जा का उत्पादन हो सके। इसके अलावा चांद पर कार्बन, नाइट्रोजन और हाइड्रोजन की संभावनाएं तलाशी जाएंगी।

विवादों से भी रहा है नाता

नवीन जैन को अमेरिका में इंफोस्पेस नामक कंपनी के संस्थापक के रूप में ज्याच अच्छी तरह से जाना जाता है। इस कंपनी पर इंसाइडर ट्रेडिंग के आरोप लगे थे। कंपनी दीवालिया हो गयी और इसके शेयर खरीदने वालों के करोड़ों डॉलर रातो-रात डूब गए थे। वर्ष 2002 में नवीन जैन को कंपनी से बाहर होना पड़ा था। बाद में उन्होंने

इंटेलियस नामक कंपनी खोली, जिसकी साख पर भी बट्टा लगा। बाद में उन्होंने 100 मिलियन डॉलर में इस कंपनी को बेच दिया। पिछले साल उन्होंने ब्लू डॉट नामक एक कंपनी की स्थापना की है, जो नवीन ऊर्जा और चिकित्सा के क्षेत्र में नयी तकनीक विकसित कर रही है।

Posted By: Inextlive