-एग्जाम आते ही घर के वातावरण में न करें कोई बदलाव

-बच्चों से जरूर करें कम्यूनिकेशन, ताकि वह शेयर कर सकें अपनी प्रॉब्लम

बरेली: एग्जाम लाइफ नहीं, लाइफ का इंपॉर्टेट पार्टंयह कहना है यह बरेली कॉलेज की साइकोलॉजिस्ट डॉ। सुविधा शर्मा का। उन्होंने बताया कि यूपी बोर्ड के साथ सीबीएसई और आईसीएसई के एग्जाम शुरू होने वाले हैं जिसको लेकर पेरेंट्स बच्चों पर जरूरत से प्रेशर डाल रहे हैं। उन्हें सुबह जल्दी उठा दिया जा है। साथ ही उनके खेलने-कूदने पर पाबंदी भी लगा रहे हैं। यह सारी चीजें बच्चों पर प्रेशर डाल रही हैं जिससे बच्चे डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं और उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। साथ ही कई बच्चे बीमार भी हो रहे हैं। इसलिए पेरेंट्स को समझना बहुत जरूरी है कि वे बच्चों पर बिना बात के प्रेशर न डालें।

कम्युनिकेशन गैप न होने दें

अक्सर देखा जाता है कि पेरेंट्स एग्जाम आते ही टीवी, मनोरंजन के साधन सहित घर के पूरा महौल ही चेंज कर देते हैं। बच्चों से कम्यूनिकेशन गैप भी शुरू करना शुरू कर देते हैं और हर समय स्टडी एग्जाम की बात करते हैं। ऐसा बिल्कुल न करें। कभी बच्चा इमोशनल डिस्टर्ब होता है या मूड चेंज होता है तो उसे कभी इग्नोर न करें, उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

हमेशा न करें स्टडी की बात

बच्चे से हमेशा स्टडी और एग्जाम से रिलेटिड ही बात न करें, क्योंकि एग्जाम समय में बच्चा स्टडी और एग्जाम से बोर हो जाता है उससे सब्जेक्ट चेंज कर बात करें। इसके साथ ही खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

दोनों को होगा समझना

माता पिता बच्चे को जरूर बताएं कि एग्जाम उनकी लाइफ से ज्यादा इंपॉर्टेट नहीं है। इसके साथ ही बच्चों को भी समझना चाहिए कि पेरेंट्स कभी मेहनत पर तो एतराज कर सकते हैं लेकिन मा‌र्क्स पर नहीं। बच्चों को जरूर समझाएं कि जीवन उतना ही रंगीन है जितना आपका मन चाहता है। इसीलिए अच्छे से स्टडी करें, और जीवन को अच्छा बनाएं।

यह भी रखें ध्यान

-बच्चों पर अधिक समय तक स्टडी का प्रेशर न बनाएं

-आत्म संतुष्टि से ही बच्चों को स्टडी करने दें

-अधिक प्रेशर बनाने से बच्चा हाइपरटेंशन से ग्रसित हो सकता है

-अधिक प्रेशर पड़ने पर बच्चा बीमार हो जाता है इसीलिए अधिक प्रेशर बनाने से बचें

-बच्चों को स्टडी के साथ ही हॉबी पर भी समय दें ताकि वह प्रेशर से बच सके

-किसी बात के लिए समझाकर ही बताएं

-एग्जाम के समय में घर पर बच्चों से नार्मल दिनों की तरह ही व्यवहार रखें। बच्चों का एग्जाम के समय खान-पान, दिनचर्या पर भी ध्यान रखे। बच्चों से बेहतर कम्यूनिकेशन जारी रखनें के साथ पेरेंट्स को चाहिए कि अनावश्यक एग्जाम का प्रेशर न बनाएं।

डॉ। सुविधा शर्मा, इंचार्ज साइकोलॉजी डिपार्टमेंट बरेली कॉलेज बरेली

-बच्चों में एग्जाम के समय प्रेशर बढ़ता है, कई बार पेरेंट्स भी स्टडी के लिए बच्चों पर अधिक प्रेशर बनाते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि अधिक प्रेशर में बच्चे स्टडी ठीक से तो नहीं कर पाते हैं बल्कि प्रेशर में डिस्टर्ब होकर बीमार जाते हैं।

-डॉ। अशीष कुमार, साइकोलॉजिस्ट, इंचार्ज मन कक्ष

Posted By: Inextlive