RANCHI : रांची यूनिवर्सिटी के सबी बीएड कॉलेजों की परीक्षा एक साथ होगी। वीसी डॉ रमेश कुमार पांडेय ने यह घोषणा की। सोमवार को सभी बीएड कॉलेजों का एक साथ एग्जाम लेने की मांग को लेकर 20 प्राइवेट बीएड कॉलेजों के सैकड़ों स्टूडेंट्स ने सोमवार को रांची यूनिवर्सिटी में धरना दिया था। उन्होंने सेशन 2014-15 को मान्यता देने के मामले को लेकर भी वीसी को घेरा। इस दौरान स्टूडेंट्स के समर्थन में कुमार रौशन के नेतृत्व में बड़ी संख्या में एनएसयूआई के सदस्य भी मौजूद थे।

ऐसा भेदभाव क्यों ?

यूनिवर्सिटी हेडक्वार्टर में अपनी डिमांड को लेकर दिन के 11 बजे धरना देने के लिए आए प्राइवेट बीएड कॉलेज के स्टूडेंट्स ने वीसी से पूछा कि सिर्फ पांच बीएड कॉलेजों के लिए ही क्यों एग्जामिनेशन फॉर्म भरने की तारीख घोषित की गई? अभी तक मान्यता का संकट बरकरार है। ऐसे में हम क्या करें? आखिर प्राइवेट बीएड कॉलेजों के साथ ऐसा भेदभाव क्यों किया जा रहा है? अगर एग्जाम लेना है तो सभी कॉलेजों का एक साथ हो। पांच कॉलेजों के लिए परीक्षा लेना कहीं से जायज नहीं है। हम यहां से तभी हटेंगे जब हमारे हक में फैसला लिया जाएगा। इस दौरान बीएड कॉलेजों के प्रिंसिपल ने वीसी डॉ रमेश पांडेय को कॉलेजों की वस्तुस्थिति की जानकारी भी दी।

वीसी ने मांगा दो दिन का वक्त

बीएड कॉलेज मैनेजमेंट ने झारखंड के तीन बीएड कॉलेजों के पक्ष में हाइकोर्ट के दिए फैसले की जानकारी वीसी को दी तो वे एचआरडी गए। वहां से लौटने के बाद उन्होंने इस संबंध में फैसला लेने के लिए प्राइवेट बीएड कॉलेजों से दो दिन का वक्त मांगा। हालांकि, उन्होंने सिर्फ पांच कॉलेजों के लिए एग्जाम फॉर्म भरने पर रोक लगा दी। इसके बाद स्टूडेंट्स धरना पर से उठने के लिए राजी हुए।

गलती यूनिवर्सिटी ने की, सजा हम भुगत रहे

सेशन 2014-15 को मान्यता नहीं मिलने के सवाल पर बीएड कॉलेज मैनेजमेंट ने कहा कि गलती यूनिवर्सिटी और स्टेट गवर्नमेंट की है और खामियाजा स्टूडेंट्स भुगत रहे हैं। जब एनसीटीई ने इंस्पेक्शन कर इन्हें मान्यता देने पर हरी झंडी दिखा दी तो स्टेट गर्वमेंट किस आधार पर मान्यता रद कर सकता है। इतना ही नहीं, बीएड कॉलेजों से संबंधित रिपोर्ट सरकार को भेजने में यूनिवर्सिटी ने देरी की, लेकिन सजा बीएड कॉलेजों को भुगतना पड़ रहा है।

वर्जन

पांच बीएड कॉलेजों के साथ जबतक हमारे कॉलेजों का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा, आंदोलन जारी रहेगा। इस संबंध में यूनिवर्सिटी को हर हाल में फैसला लेना होगा।

अनुज कुमार सिन्हा

सेक्रेटरी, प्राइवेट बीएड कॉलेज एसोसिएशन

Posted By: Inextlive