सरकार ने साल 2016 के पहले महीने में कल तीसरी बार पेट्रोल तथा डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया है। इस बार पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क एक रुपया तथा डीजल पर डेढ़ रुपये बढ़ाने का फैसला हुआ है। हालांकि कहा जा रहा है कि इस बढ़े हुए उत्‍पाद शुल्‍क से पेट्रोल डीजल के दामों में कोई इजाफा नहीं होगा। यह नई दरें आज से लागू हो जाएंगी।


ग्राहकों पर भार नहीं पड़ेगाएक बार फिर केंद्र सरकार ने इस महीने उत्पाद शुल्क में बढ़ोत्तरी कर दी है। इस महीने में सरकार ने कुल तीसरी बार उत्पाद शुल्क बढ़ाया है। जिसमें पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क एक रुपया तथा डीजल पर डेढ़ रुपये बढ़ाने का फैसला हुआ है। सरकार द्वारा की गई इस बढ़ोत्तरी से पेट्रोल पंपों पर बिकने वाले खुदरा पेट्रोल पर मूल उत्पाद शुल्क 8.48 रुपये से बढ़कर 9.48 रुपये प्रति लीटर हो गया है। इसके अलावा डीजल पर मूल उत्पाद शुल्क 9.83 रुपये से बढ़कर 11.33 रुपये प्रति लीटर हो गया है। सबसे खास बात तो यह है कि ये बढ़ी हुई उत्पाद शुल्क की नई दरें आज 31 जनवरी की रात से प्रभावी हो जाएंगी। हालांकि अभी इस बात का ऐलान नहीं हुआ है कि इसका भार ग्राहकों पर डाला जाएगा या नहीं। घाटे को कम करने की कोशिश
वहीं सूत्रों की मानें तो इस बाद उत्पाद शुल्क के बोझ से तेल कंपनियां ग्राहकों को दूर रखने वाली हैं। गौरतलब है कि सरकार ने इस महीने में यह तीसरी बार उत्पाद शुल्क पर बढ़ोत्तरी की है। सबसे पहले 2 जनवरी को पेट्रोल पर पेट्रोल पर 37 पैसे और डीजल पर दो रुपये बढ़ाए थे। इसके बाद फिर सरकार ने ठीक 15 दिन बाद यानी कि 16 जनवरी को उत्पाद शुल्क बढा़ने का ऐलान कर दिया। इस दौरान पेट्रोल पर 75 पैसे और डीजल पर 1.83 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क बढ़ाया गया था। कहा जा रहा है कि सरकार पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क के जरिए वित्तीय घाटे को कम करने की कोशिश में जुटी है। इसीलिए वह लगातार बढ़ोत्तरी करती जा रही है।

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Posted By: Shweta Mishra