विभाग में वर्चस्व को लेकर आबकारी दरोगा व सिपाही को मारी थी गोली

ALLAHABAD: आबकारी इंस्पेक्टर इंद्रजीत गर्ग व सिपाही शशांक को गोली मारने वाले अभियुक्त समेत तीन युवकों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया था। शनिवार को घटना का खुलासा करते हुए तीनों को मीडिया के समाने पेश किया गया। घटना का कारण पुलिस आरोपी सिपाही व उसके बेटे द्वारा विभाग में वर्चस्व स्थापित करने के प्रयास का नतीजा बता रही है। क्राइम ब्रांच ने निलंबित सिपाही अनिल सिंह के बेटे अतुल व धूमनगंज के सूरज और एक नौवीं के छात्र के पास से तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद की है।

पुलिस लाइंस स्थित सभागार में एसपी सिटी सिद्धार्थ मीणा ने बताया कि 23 जून को करैली स्थित एक देशी शराब की दुकान पर अनिल सिंह की पिटाई शशांक सिंह ने की थी। इस बात से अनिल व उसका बेटा अतुल काफी अक्रोश में थे। बदला लेने के इरादे से वे काफी दिन मौका ढूंढ़ रहे थे। अनिल सिंह व शंशाक सिंह के मध्य विभाग में वर्चस्व लेकर विवाद चला आ रहा है। शंशाक सिंह ने अभियुक्त अतुल सिंह के पिता अनिल सिंह को बदनाम करने व उसे परेशान करने के इरादे से करैली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अनिल को निलंबित करते हुए विभागीय जांच बैठा दी गई। अपमान का बदला लेने के इरादे से अतुल सिंह व राहुल सिंह ने योजना बनाई। घटना वाले दिन दारागंज स्थित देशी शराब की दुकान पर छककर शराब पी और सिविल लाइंस पहुंचकर शंशाक का पीछा करने लगे। कचहरी पहुंचने पर अतुल से बात हुई और फिर पीछा करते हुए चौफटका पहुंचे। वहां मौका देख गोली मार दी। एसपी सिटी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए पचास हजार की सुपारी दी गई थी। एडवांस के रुप में पांच हजार रुपए दिए गए थे।

Posted By: Inextlive