- लॉकडाउन के बावजूद पूरे शहर में लोग सुधरने को नहीं है तैयार

- तमाम गाइडलाइंस के बावजूद बिना मास्क लगाए लोगों की मस्ती जारी

- अलीगंज में पुलिस ने तमाशबीनों को चखाया मजा

LUCKNOW : लॉकडाउन हो या कफ्यूहम नहीं सुधरेंगे। कुछ ऐसा ही मानना है राजधानी के उन बेअंदाज लोगों का जो किए कोरोना संक्रमण के खतरे को धता बताते हुए लॉकडाउन के दूसरे दिन भी स्वच्छंद होकर राजधानी की सड़कों पर निकले और खूब तफरीह की। इन लोगों को न तो मास्क लगाने की चिंता थी और न ही खुद को कोराना संक्रमण होने का डर, यही वजह थी वे दिनभर राजधानी के भीतरी इलाकों में खुलकर मटरगश्ती करते रहे। लॉकडाउन के दूसरे दिन दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने शहर के अलग-अलग इलाकों का भ्रमण किया तो कमोबेश एक जैसे ही हालत सब जगह देखने को मिले। पेश है विशेष रिपोर्ट

डालीगंज पुल

समय दोपहर 12 बजे

डालीगंज पुल के हाथी पार्क वाले किनारे पर फल मंडी सजी हुई थी। जहां खरीदारों की भारी भीड़ मौजूद थी। आलम यह कि भीड़ के साथ-साथ फल विक्रेता भी सोशल डिस्टेंसिंग की गाइडलाइन को बिल्कुल नजरंदाज करने पर उतारू दिखे। जब इस रिपोर्टर ने फल विक्रेताओं से इस बारे में पूछताछ शुरू की तो उनका जवाब बेहद गैर जिम्मेदाराना था। फल विक्रेता मो। राऊफ ने कहा कि जिसे जो होना होगा, खुद ब खुद हो जाएगा। इन सबसे क्या होगा। हालांकि कुछ देर बाद ही मौके पर पुलिस पहुंची और खरीदारों की भीड़ को वहां से खदेड़ा और फल की दुकानें बंद करायीं।

कपूरथला चौराहा, अलीगंज

दोपहर 12:45 बजे

अलीगंज स्थित कपूरथला चौराहा पर इंस्पेक्टर फरीद अहमद हमराह फोर्स के साथ आने-जाने वालों पर नजर रख रहे थे। इसी दौरान दो युवक पैदल ही जाते दिखाई दिये। पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोककर पूछताछ की तो वे बाहर निकलने की सटीक वजह नहीं बता सके। सख्ती से पूछताछ पर युवकों ने बताया कि वे माहौल देखने निकले हैं। यह सुनकर पुलिसकर्मी हैरान रह गए। आखिरकार, उन्हें मजा चखाने के लिये इंस्पेक्टर फरीद अहमद ने पहले से तैयार पोस्टर निकाले और उन्हें पकड़ाकर फोटो खिंचवाई। इस पोस्टर पर लिखा था। मैं समाज का दुश्मन हूं, मैं घर पर नहीं रहूंगा। फोटो खिंचवाने के बाद पुलिसकर्मियों ने उन्हें दोबारा न निकलने की चेतावनी देकर वापस लौटा दिया।

उदयगंज तिराहा

दोहपर 1:20 बजे

उदयगंज तिराहा पर जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम पहुंची तो वहां का नजारा हैरान कर देने वाला था। तिराहे पर मिट्टी के बर्तन, पान, कोल्ड ड्रिंक की दुकानें खुली थीं। इतना ही नहीं, वहां पर लोगों की अच्छी-खासी भीड़ भी थी। लोग अपनी गाडि़यों से बेखौफ होकर आ जा रहे थे। वहीं, कुछ लोग रोड के तिराहे पर स्थित मस्जिद के बाहर और उसके सामने नुक्कड़ पर झुंड लगाए भी खड़े थे। इन सभी के चेहरों पर न तो मास्क था और न ही उन लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग ही बना रखी थी। इसी बीच पीआरवी वैन उधर से अनाउंसमेंट करते गुजरी। जिसे देखते ही लोग इधर-उधर हो गए, लेकिन पुलिस के जाते ही फिर से सबकुछ वैसा ही हो गया।

फोटो मयंक देंगे

पिकप भवन, लोहिया पथ

दोपहर 3:15 बजे

लॉकडाउन को लेकर पुलिस बैरिकेडिंग कर आने-जाने वालों को रोकती दिखी। इसी बीच बाइक सवार दो लोग वहां पहुंचे। एक ने खुद को बीमार बताया। शक होने पर जब पुलिसकर्मियों ने दोनों युवकों को अलग ले जाकर उनकी बीमारी पूछी तो कथित बीमार ने खुद को पेट का रोगी बताया तो उसे लेकर जा रहे युवक ने हाई ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम बताई। माजरा समझ में आ चुका था, लिहाजा पुलिसकर्मियों ने उन्हें जमकर फटकार लगाई और उनकी गाड़ी का चालान करके रवाना किया गया। वहीं, लोहिया हॉस्पिटल जा रहे असल बीमारों को पुलिस ने पूछताछ के बाद जाने दिया।

अनुज फोटो

बंगला बाजार, आशियाना

शाम 4 बजे

लॉकडाउन को लेकर पुलिस ने सुबह से ही सख्ती बरकरार रखी थी। खरीदारी के बहाने आने-जाने वालों को पूछताछ के बाद वापस भेजा जा रहा था। बाइक व कार से पहुंचने वालों की तो पुलिस जमकर क्लास ले रही थी। पर, कई लोग ऐसे भी रहे जो सड़क से लौटाए जाने पर गलियों के रास्ते बाजार में पहुंच रहे थे। बाजार में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को लेकर लोग बेपरवाह दिखे। हालांकि पुलिस ने हालात बेकाबू होता देख एक तरफ से लोगों को वहां से खदेड़ना शुरू किया। पर, कुछ देर बाद ही हालात पहले जैसे ही नजर आ रहे थे।

Posted By: Inextlive