जांच समिति के सामने सफाई पेश नहीं कर पाए रैगिंग के आरोपी

छुट्टी के बाद बाहर रहने वाले छात्रों को कैंपस में नहीं मिलेगा प्रवेश

ALLAHABAD: एमएलएन मेडिकल कॉलेज रैगिंग के मामले की जांच के लिए गठित समिति ने अपना फैसला सुना दिया है। टीम ने रैगिंग के आरोपी छात्रों को छह माह के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। समिति का कहना है कि पूछताछ में आरोपी अपनी सफाई पेश नहीं कर पाए। इतना ही नहीं समिति ने आदेश जारी किया है कि छुट्टी होने के बाद बाहर रहने वाले छात्रों को हास्टल या कॉलेज कैंपस में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। समिति ने जांच रिपोर्ट प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह को सौंपने के साथ निष्कासन की संस्तुति भी कर दी है।

नहीं दे सके सवालों के जवाब

शुक्रवार को डॉ। देवाशीष शर्मा की अध्यक्षता मे गठित समिति ने आरोपी एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्रों से जमकर पूछताछ की। उनके सवालों का जवाब ये छात्र ठीक से नहीं दे सके। उन्होंने कहा कि बीस दिसंबर को छुट्टी का दिन था। उन्हें ठीक से याद नही है। हो सकता है कि कोई अजनबी लड़का हॉस्टल में आया हो और उससे नाम पता पूछा हो। छात्र यह साबित नहीं कर पाए कि वे इस घटना से पूरी तरह अंजान हैं। हालांकि पूरी तरह यह भी साबित नहीं हो पाया कि छात्रों ने शिकायतकर्ता के साथ रैगिंग की थी।

की थी पीएमओ से शिकायत

बता दें कि पिछले दिनों एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र ने प्रधानमंत्री को सीधे पत्र लिखकर रैगिंग की शिकायत की थी। पीएमओ से आए लेटर के आधार पर शासन ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को मामले की तत्काल जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा था। शिकायत में कहा गया था कि बीस दिसंबर को हास्टल में रहने वाले द्वितीय वर्ष के दो छात्रों ने पीडि़त से रैगिंग कर आपत्तिजनक हरकतें की थी। इस पर प्रिंसिपल ने जांच के लिए छह सदस्यीय समिति का गठन किया था।

Posted By: Inextlive