-अधिक बारिश के चलते खराब हो गई केले की लोकल फसल

-एक माह बाद और महंगा हो जाएगा केला, होगा बाहर से आयात

PRAYAGRAJ: प्याज और सेब के अलावा इस बार केला भी सस्ता होने का नाम नहीं ले रहा है। 60 रुपए प्रति दर्जन से चला केला वर्तमान में 40 रुपए दर्जन के रेट पर बिक रहा है। लेकिन पीक सीजन में यह रेट होने की वजह से अब इसका दाम कम नहीं होगा। व्यापारियों का कहना है कि एक माह बाद दूसरे प्रदेश से केले का आयात होगा। तब इसके दाम और अधिक बढ़ जाएंगे।

15 से 20 रुपए में बिकना हुआ सपना

-पिछले साल केले का भाव 15 से 20 रुपए में पहुंच गया था। लेकिन इस साल ऐसा नहीं हुआ है।

-सीजन की शुरुआत में केला 60 रुपए प्रति दर्जन के रेट पर बेचा गया।

-पीक सीजन आते ही उम्मीद थी कि केला 20 रुपए तक आ जाएगा। लेकिन बारिश अधिक हो जाने से पूरी फसल चौपट होने के कगार पर पहुंच गई।

-किसानों का नुकसान हो जाने से लोकल केला सस्ता नहीं हुआ और मंडी में ऊंचे दाम पर बिका।

-फिलहाल सुपीरियर क्वॉलिटी के केले का मंडी में दाम 30 रुपए दर्जन है। लोअर क्वॉलिटी का केला 15 से 18 रुपए दर्जन के रेट से बिक रहा है।

एक माह बाद फिर 60 पर पहुंचेंगे दाम

व्यापारियों का कहना है कि इस सीजन में अब केला सस्ता नहीं होगा। एक माह बाद लोकल केले का उत्पादन खत्म हो जाएगा। इसके बाद केले की आवक आंध्र प्रदेश से होने लगेगी। तब केला फिर 60 रुपए दर्जन के रेट से बिकने की पूरी संभावना है। यह भी बता दें कि वर्तमान में डिमांड के मुकाबले महज 40 फीसदी केला ही उपलब्ध हो रहा है। इसकी वजह से इस साल केले की मार्केट अपने उफान पर नहीं आ पा रही है।

मजबूरी है महंगा फल खाना

वैसे भी इस साल फल सस्ते होने का नाम नही ले रहे हैं। केले के साथ सेब भी लगातार 100 के रेट के आसपास चल रहा है। वर्तमान में अच्छे सेब की कीमत 110 रुपए प्रति किलो पहुंच चुकी है। कीवी फल भी 35 रुपए प्रति पीस के रेट पर बिक रहा है। अनार भी महंगा हो चला है। 80 से 100 रुपए से नीचे अनार इस सीजन में नही आ पाया है।

इस साल केला सस्ता नहीं होगा। जब लोकल केला सस्ता नहीं हुआ तो एक माह बाद आंध्र प्रदेश से केले का आयात होगा। तब इसके बाद आसमान छुएंगे। बावजूद इसके केले की मार्केट में डिमांड बनी हुई है।

-प्रमोद यादव, महामंत्री मुंडेरा फल मंडी

Posted By: Inextlive