एमडीडीए कॉलोनी व दीपनगर में वर्कशॉप

देहरादून,

दीपनगर और एमडीडीए कॉलोनी में डॉग बाइट्स से बचने के लिए वर्कशॉप का आयोजन किया गया। एक्सप‌र्ट्स ने लोगों को डॉग बाइट से बचने के टिप्स दिए।

समझें डॉग की बॉडी लैंग्वेज

ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल इंडिया की ओर से कैनाइन बिहेवियरिस्ट एंड ट्रेनर निधि संघराज मेहता ने एमडीडीए कॉलोनी व दीपनगर में बच्चों व कॉलोनीवासियों को बताया कि डॉग बाइट से बचने के लिए स्ट्रीट डॉग हो या फिर आम डॉग। उसकी बॉडी लैंग्वेज को जानना जरूरी है। बताया कि अक्सर रात में तेजी से बाइक या कार से चलने के दौरान स्ट्रीट डॉग भी व्हीकल के पहिए को घूमते देख पीछे से दौड़ते हैं। जिससे टू व्हीलर चालक के एक्सीडेंट होने की संभावना बनती है। ऐसे में डॉग के बॉडी लैंग्वेज को समझ कर स्पीड कम की जा सकती है। जिससे बाइट की संभावना कम हो जाती है। एक्सप‌र्ट्स ने बताया कि स्ट्रीट डॉग को देखकर अक्सर बच्चे दौड़ने लगते हैं। लेकिन ऐसी कंडीशन में दौड़ने के बजाय रुक का चुपचाप खड़ा हो जाने की जरूरत है।

Posted By: Inextlive