राजयोगिनी वीना दीदी ने बताये अद्भुत रहस्य

ALLAHABAD: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान में कटरा स्थित रामवाटिका में खुशनुमा जीवन हेतु राजयोग शिविर का आयोजन किया गया। इसमें चार भाषाओं में पारंगत गीता ज्ञान की अन्तर्राष्ट्रीय वक्ता राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वीना दीदी ने कहा कि गीता हमारा योग शास्त्र है। भगवतगीता से एक बिन्दु भी हम जीवन में उतार लें तो जीवन परिवर्तित हो सकता है। उन्होंने कहा कि जितना समय हम अपने शरीर को संवारने में लगाते हैं यदि उतना समय हम अपने मन व संबंधों को दें तो जीवन में शांति बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि जीवन में हमें जो सीखना चाहिये वह सीख नहीं पाते और जो नहीं सीखना चाहिये वह अपने आप सीख लेते हैं।

श्रीकृष्ण की काउंसिलिंग

उन्होंने कहा कि गुस्सा करना हमें किसने सिखाया? तमाम जगह पर भटकने के बाद जब हम ईश्वर की शरण में जाते हैं तो वह हमें बताता है कि शांति हमारे अंदर ही है। वहीं शाम के सत्र में हुये आयोजन में उन्होंने गीता के अद्भुद रहस्यों के बारे में बताया। वीना दीदी ने बताया कि गीता में दिये गये भगवान के उपदेश केवल अर्जुन के लिए नहीं थे। अर्जुन का कैरेक्टर आम आदमी का प्रतिनिधित्व करता है। अर्जुन के मन में उठे हर तरह के सवालों का जवाब भगवान ने खुद दिया। गीता केवल एक धार्मिक ग्रन्थ नहीं है, बल्कि मानसिक दुविधाओं से बाहर निकलने की एक ज्ञानपूर्ण डिक्शनरी है। इसका प्रभाव हमेशा बना रहेगा। काउंसिलिंग के द्वारा भगवान कृष्ण अर्जुन की दुविधाओं को कैसे दूर करते हैं। इसका प्रवचन रविवार को होगा। जिसका समय सुबह 07:30 से 08:30 बजे एवं शाम को 06:00 से 08:00 बजे के बीच होगा।

Posted By: Inextlive