RANCHI: रांची में बस से बरामद विस्फोटक(डेटोनेटर) की बरामदगी के बाद झारखंड पुलिस की एक टीम को आंध्रप्रदेश के चांदखोल भेजने का निर्णय लिया गया है, जहां से आरोपी रविशंकर पांडेय उर्फ डमरू पांडेय ने डेटोनेटर खरीदा था। झारखंड पुलिस की टीम वहां जाकर यह पता लगाएगी कि आखिर रविशंकर जैसे झारखंड से कितने खरीदार हैं, जो वहां से डेटोनेटर खरीदते हैं। पुलिस को आशंका है कि रविशंकर की तरह कई ऐसे और आरोपी होंगे, जो डेटोनेटर सप्लाई के कारोबार से जुड़े हैं।

सस्ते में लाता था डेटोनेटर

गौरतलब हो कि आंध्रप्रदेश के चांदखोल(जाजपुर) में बहुत सस्ते दाम पर विस्फोटक मिलता है। डेटोनेटर लेने के लिए खरीदार को कोई कागजात भी दिखाने की जरूरत नहीं होती है। इसलिए बिहार, झारखंड के सप्लायर उस जगह से डेटोनेटर खरीदने के लिए जाते हैं।

सनोवर को गिरफ्तार करने के लिए दबिश

नामकुम, तुपुदाना पुलिस डेटोनेटर खरीदनेवाले सनोवर खान उर्फ सोनू खां की तलाश में लगातार दबिश बनाए हुए है। पुलिस उसके हर ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है।

रांची अपोलो से जुड़े डॉ गणेश कुमार

डॉ। गणेश कुमार ने इरबा स्थित अब्दुल रज्जाक असांरी वीवर्स हॉस्पिटल रांची में न्यूरो एवं स्पाइन सर्जन के पद पर अपना योगदान दिया है। इससे पहले वह वरीय न्यूरो सर्जन के रूप में मिशन हॉस्पिटल दुर्गापुर और जीबी पंत अस्पताल नई दिल्ली में छह सालों से जुड़े हुए थे। इन्होंने पीएमसीएच पटना से एमबीबीएस की पढ़ाई की और एमपी से एमएस किया। अपोलो में ज्वाइन करने के बाद झारखंड सहित आसपास के स्टेट्स के न्यूरो ट्रामा एवं अन्य मस्तिष्क सर्जरी के मरीजों का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया जा रहा है। यहां पर कोई भी मरीज संपर्क करा सकता है, जिसे सर्जरी का ऑपरेशन कराना हो। अपोलो रांची की ओर से ये जानकारी मंगलवार को दी गई।

Posted By: Inextlive