-डिफेंस एक्सपो के कर्टन रेजर कार्यक्रम में बोले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

-एचएएल द्वारा निर्मित 19 सीटर यात्री विमान यूपी में जल्द भरेंगे उड़ान: सीएम

LUCKNOW: डिफेंस एक्सपो से प्रदेश में निवेश आएगा और रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे, जिसका सबसे अधिक लाभ प्रदेश के युवाओं को होगा और उनका भविष्य संवरेगा। हम नहीं चाहते कि हमारे प्रदेश का युवा डिग्री लेकर भटकता रहे। यह कहना है देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का। वे बुधवार से शुरू हो रहे डिफेंस एक्सपो-2020 के कर्टेन रेजर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यूपी देश के वैश्विक संबंधों का सूत्रधार बनने जा रहा है। कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डिफेंस एक्सपो 2020 भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में सहायक साबित होगा। अब भारत रक्षा उत्पादों का आयात ही नहीं निर्यात भी करेगा।

इंपोर्टेड आ‌र्म्स पर नही रह सकते निर्भर

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार शाम आयोजित कर्टेन रेजर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जितना हमने सोचा था उससे भी बड़ा ये एक्सपो हो रहा है। एक्सपो से हमें तेजी से बदल रही टेक्नोलॉजी को समझने का मौका मिलेगा। रक्षामंत्री ने कहा कि भारत जैसा विशाल देश इंपोर्टेड आ‌र्म्स पर ज्यादा दिनों तक निर्भर नहीं रह सकता। यह इवेंट हमें अपने इस लक्ष्य की प्राप्ति में सबसे ज्यादा मदद करेगा। यह इवेंट एक ग्लोबल बेंचमार्क के रूप में सामने आएगा। उन्होंने कहा कि हम भारत को डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में तैयार कर रहे हैं। इसके लिये डिफेंस एक्सपो उचित प्लेटफॉर्म साबित होगा। मेक इन इंडिया को प्रमोट करने के लिये भी यह आयोजन सहायक होगा।

स्वदेशी सवारी विमान भरेंगे उड़ान

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के संकल्प के मुताबिक देश का पहला राज्य यूपी होगा जो अपने देश में निर्मित यात्री विमान का उपयोग करेगा। एचएएल द्वारा निर्मित 19 सीटर दो विमान लखनऊ से वाराणसी, लखनऊ से बरेली और लखनऊ से आगरा तक उड़ान भरेंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या, कुशीनगर और वाराणसी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। डिफेंस एक्सपो के जरिए प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर बोलते हुए सीएम ने कहा कि हमने डिफेंस कॉरीडोर की तैयारी पूरी कर ली है। हमारे पास 25 हजार एकड़ का लैंड बैंक है, जो डिफेंस कॉरीडोर के लिये चयनित 6 नोड्स के आसपास ही है।

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200 से ज्यादा एमओयू साइन होने की उम्मीद

रक्षा मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ। अमित सहाय ने बताया कि रक्षा का डिजिटल परिवर्तन टैग लाइन पर आधारित एशिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी डिफेंस एक्सपो-2020 में 1028 कंपनियां भाग ले रही है, जिसमें 272 कंपनियों विदेशी हैं। इस प्रदर्शनी में 500 बी 2 बी मीटिंग होंगी। इसमें 200 से ज्यादा एमओयू साइन होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि 'इंडिया अफ्रीका डिफेंस मिनिस्टर कॉन्क्लेव' आयोजित होगा, जिसमें 15 अफ्रीकी देशों के रक्षामंत्री इसमें शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि 6 फरवरी को इंडिया रशिया इंडस्ट्रियल मिलिट्री कॉन्फ्रेंस होगी, जिसमें रशिया के उद्योग मंत्री और भारत के रक्षामंत्री मौजूद रहेंगे। इसमें पांच एमओयू साइन होने की उम्मीद है। डॉ। सहाय ने बताया कि एक्सपो में बने इंडिया पवेलियन में 80 कंपनियों के 190 उत्पाद दिखाए गए हैं। वहीं, यूपी पवेलियन में डिफेंस कॉरीडोर की संभावनाओं को दर्शाया गया है।

Posted By: Inextlive