Meerut : अगर कहीं रंगदारी वसूली जाती है तो पुलिस एक्शन लेती है. लेकिन हमारे बीएड कॉलेज ‘कानून और व्यवस्था’ से ऊपर हैं. यहां स्टूडेंट्स से सरेआम ‘रंगदारी’ वसूली जा रही है. प्रबंधन मनमानी कर रहे हैं और कोई रोकने वाला नहीं है...


स्टूडेंट्स से बेलगाम वसूलीबीएड कॉलेजों के दबाव बनाकर पैसे लेने से स्टूडेंट्स परेशान हो चुके हैं। हर बात पर जेब कट रही है। कॉलेजों में वसूली बंद ना होने का मामला गंभीर रूप लेता जा रहा है। बीएड कॉलेजों के खिलाफ कुलपति और कुलाधिपति से शिकायत की गई है। कुछ कॉलेजों का नाम भी खोल दिया गया है। कुलपति ने पॉजिटिव रिस्पांस दिया है। फर्जीवाड़े पर नजर है


बीएड कॉलेजों की मनमानी किसी से छुपी नहीं है। बीएड कॉलेज जिनमें ना तो टीचर्स ही नियमों के हिसाब से हैं। ना ही कॉलेजों में सुविधाएं मानकों को पूरा करती हैं। यहां तक की कॉलेजों के शिक्षकों का भौतिक सत्यापन तक नहीं कराया जा रहा, जिसका फायदा उठाकर फर्जी नामों से टीचर काम कर रहे हैं। इसके बाद भी स्टूडेंट्स से एडमिशन फीस के अलावा किसी न किसी बहाने तीस हजार तक मांगे जा रहे हैं। ना देने पर एडमिशन देने से इनकार कर दिया जाता है। या रिजल्ट रोककर परेशान किया जा सकता है। कॉलेजों में क्लासेज, प्रोजेक्ट, एसाइनमेंट, अटेंडेंस, प्रैक्टिकल, एग्जाम फार्म, एडमिट कार्ड, रिजल्ट, मार्कशीट, डिग्री हर बात के पैसे बंधे होते हैं। करियर का सवाल है

छात्र सीधे तौैर पर मुंह खोलने से डरते हैं क्योंकि इनके करियर का सवाल होता है। इन्हें शासन प्रशासन का कोई डर नहीं होता। डर इसलिए भी नहीं होता क्योंकि इनके कालेजों में कोई औचक जांच भी नहीं की जाती। अलग-अलग स्टूडेंट्स से अगर गोपनीय तरीके से पूछताछ की जाए तो सच्चाई खुद ब खुद सामने आ जाएगी। कभी नहीं हुई कार्रवाईबीएड कॉलेजों की गिनती लगातार बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही इनकी दादागीरी भी बढ़ रही है। कुछ छात्र हिम्मत करके इन कॉलेजों के खिलाफ शिकायत भी करते रहे हैं लेकिन यूनिवर्सिटी और उच्च शिक्षा अधिकारी इन बीएड कॉलेजों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाते।'किसी को मनमानी नहीं करने दी जाएगी। गंभीर शिकायत है तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.'- विक्रम चंद्र गोयल, वीसी, सीसीएसयू

Posted By: Inextlive