- चार हॉस्पिटल्स में की गई है पूरी तैयारी, रिम्स के कोविड सेंटर में ही है 100 बेड

- सीसीएल में ट्रीटमेंट जारी, पारस भी तैयार

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RANCHI (18 June) : कोरोना के मरीज लगातार मिल रहे हैं। लोगों की टेंशन बढ़ती जा रही है कि ऐसी स्थिति में इलाज के हमारे यहां इंतजाम हैं भी या नहीं। रांची में अबतक कोरोना के कुल मरीज 185 हो चुके हैं। वहीं कुछ दिनों में सिटी में तेजी से मरीज बढ़े हैं। ऐसे में जाहिर है कि लोगों को यह पता हो कि सिटी में कोरोना के इलाज को लेकर कौन-कौन से हॉस्पिटल में व्यवस्था दुरुस्त है। रांची में हेल्थ डिपार्टमेंट ने तीन हॉस्पिटलों में कोरोना सेंटर बनाए गए है और वहां क्या इंतजाम है। हालांकि, एक और प्राइवेट हॉस्पिटल को भी तैयार रहने को कहा गया है।

रिम्स है इंटेग्रेटेड कोविड सेंटर

1500 बेडेड हॉस्पिटल रिम्स में राजधानी का इंटेग्रेटेड कोविड सेंटर बनाया गया है। जहां पर सिटी के अलावा पूरे राज्य से मरीजों को इलाज के लिए लाया जा रहा है, ताकि उन्हें बेहतर इलाज मिल सके। इसके अलावा हॉस्पिटल में ही टेस्ट के भी इंतजाम है। इसलिए इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अगर कोई बीमारी भी है तो उसके लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी हैं।

रिम्स इंटिग्रेटेड कोविड सेंटर, बरियातू

रिम्स में बेड : 100

वेंटीलेटर : 12 प्लस

कांटैक्ट नंबर : 0651-2544471, 0651-2776000

सीसीएल में कंप्लीट फैसिलिटी

सीसीएल गांधीनगर हॉस्पिटल वैसे तो सीसीएल इंप्लाइज के लिए है। जहां पर मरीजों को प्राथमिकता दी जाती है। लेकिन सुविधाओं को देखते हुए इस हॉस्पिटल में भी कोरोना के मरीजों का इलाज चल रहा है। जहां पर बेड के साथ ही पर्याप्त वेंटीलेटर व बेहतर डॉक्टरों की टीम अवेलेबल है। जिससे किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।

सीसीएल हॉस्पिटल, गांधीनगर, कांके रोड

सीसीएल में बेड : 70

वेंटीलेटर

कांटैक्ट नंबर : 06512230852

पारस में बेड रखे गए हैं रिजर्व

एचइसी का हॉस्पिटल जिसे अब पारस चला रही है। इस 300 बेड के हॉस्पिटल में भी कोरोना के इलाज के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। हालांकि, अबतक इस हॉस्पिटल में मरीजों को एडमिट करने की नौबत नहीं आई है। फिर भी डॉक्टरों के अलावा बेड रिजर्व रखे गए हैं, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।

पारस हॉस्पिटल, एचइसी, धुर्वा

पारस में बेड रिजर्व : 50

वेंटीलेटर : 15

कांटैक्ट नंबर : 0651 710 7400

रिम्स हमारा प्राइमरी सेंटर है। जहां पर मरीजों को हम भेज रहे हैं। इसके अलावा सीसीएल में भी मरीजों का इलाज हो रहा है। पारस को रिजर्व में रखा गया है ताकि किसी भी विपरीत परिस्थिति में या मरीजों के बढ़ने की स्थिति में वहां इलाज होगा। हमारी तैयारी पूरी है और अब मरीज कम हो गए है।

डॉ विजय बिहारी प्रसाद, सिविल सर्जन, रांची

Posted By: Inextlive