RANCHI: रांची में हर साल क्क्00 से ज्यादा स्कूली बच्चों को चश्मे लग रहे हैं। इसका खुलासा रांची डिस्ट्रिक्ट ब्लाइंडनेस कंट्रोल सोसायटी के अंधापन दूर करने के अभियान से हुआ है। सोसायटी ने साल ख्0क्भ्-क्म् में अपने लक्ष्य का 80 परसेंट टारगेट हासिल किया है। एक लाख क्म् हजार बच्चों की आंखों की जांच का लक्ष्य था, जिसमें 9ब् हजार फ्ब्0 बच्चों की आंखों की जांच डॉक्टरों ने की। इसमें से क्09ख् बच्चों में चश्मे की जरूरत पाई गई। 700 बच्चों के बीच स्कूलों में चश्मे बांटे गए। बाकी बच्चों को समर वेकेशन के बाद चश्मे बांटे जाएंगे। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में ज्यादा है।

9900 मरीजों को बंटे लेंस

राजधानी के सरकारी हास्पिटलों में कैंप लगाकर लोगों में अंधेपन की जांच की गई। इसके लिए भी विभाग की ओर से क्ख् हजार मरीजों का लक्ष्य तय था। जिसमें से 9,9म्7 मरीजों में मोतियाबिंद पाया गया और उनका आपरेशन किया। मरीजों को लेंस (इंटर आक्यूलर लेंस)मुफ्त में उपलब्ध कराया गया। ब्लाइंडनेस को दूर करने के लिए कई संस्थाएं भी स्वास्थ्य विभाग के साथ काम कर रही हैं। इसमें बिहार आइ बैंक ट्रस्ट, लायंस क्लब, योगदा सत्संग समेत कई संस्थाओं का सहयोग मिल रहा है। इसके लिए इन संस्थाओं को प्रति मरीज एक हजार रुपए दिए जाते हैं। इसके अलावा लगने वाला खर्च संस्थाएं खुद वहन करती हैं।

ख्0क्भ्-क्म् में मोतियाबिंद आपरेशन

लक्ष्य उपलब्धि

क्ख् हजार 9,9म्7

ख्0क्भ्-क्म् में स्कूली बच्चों की जांच

लक्ष्य उपलब्धि

क्.क्म् लाख 9ब्,फ्ब्0

ख्0क्ब्-क्भ् में मोतियाबिंद आपरेशन

लक्ष्य उपलब्धि

क्ख् हजार 9,ब्क्ब्

ख्0क्ब्-क्भ् में स्कूली बच्चों की जांच

लक्ष्य उपलब्धि

क्.म्0 लाख 88,99ब्

Posted By: Inextlive