सोशल मीडिया कितना सुरक्षित, फेसबुक फ्रेंड नहीं मिला तो लड़की ने काटी हाथ की नस
चर्च की सिस्टर ने दह जानकारी
चर्च की सिस्टर ने जख्मी व बेहोशी की हालत में युवती को देख पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने युवती को पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया. जिसके बाद पुलिस ने लड़की के परिवार वालों को सूचना दी. हालांकि घरवालों के आते ही पुलिस ने सबसे पहले देने युवती के फेसबुक फ्रेंड से पूछताछ की.
सुसाइड करने गई थी चर्च
बुलंदशहर की रहने वाली एलआइसी एजेंट की बेटी, BHU के समीप पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट की छात्रा है. वह नेवादा में किराए का कमरा लेकर रह रही थी. शाम को वह कैंटोमेंट स्थित चर्च पहुंची, रविवार होने की वजह से चर्च कैम्पस में काफी चहल-पहल थी. युवती देर तक बैठी रही, इसी दौरान उसने अपने पास रखी नींद की गोलियां खा लीं. इससे वह कुछ बेसुध होने लगी मगर कैम्पस में ही बैठी रही. इस बीच अंधेरा बढ़ने पर चर्च में भीड़ कम होने लगी, तभी अचानक युवती ने अपना बैग खोला, उसमें रखा ब्लेड निकाला और बाएं हाथ की कलाई पर कई वार कर दिए. ब्लेड लगते ही कलाई से खून की धार निकल पड़ी.
जान देने की दी धमकी
बहरहाल, उसे दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराने के बाद पुलिस ने बैग की तलाशी ली. उसमें एक अस्पताल का पर्चा और मोबाइल फोन मिला. मोबाइल से पिता का नम्बर मिला. उन्हें सूचना दे दी गई. थोड़ा होश आने पर युवती ने कापी पर अपने फेसबुक फ्रेंड पहड़िया निवासी शिवम का नाम और मोबाइल नंबर लिखा. पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि युवती ने उससे मिलने के लिए चर्च कैम्पस में बुलाया था. उसके मना करने पर जान देने की धमकी देने लगी. इसके बाद भी वह नहीं आया तो उसने अपनी जान देने की कोशिश की. शिवम का कहना है कि वह युवती से कभी नहीं मिला है. सिर्फ फेसबुक के जरिए उससे संपर्क रहा. उसका कहना है कि युवती उससे मिलने के लिए लगातार दबाव बना रही थी.