उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक युवक के अपहरण का केस लगभग सुलझ गया। किडनैपिंग की गुत्‍थी एक मैसेज से सुलझी जोकि युवक ने अपनी गर्लफ्रेंड को किया था।


शनिवार की सुबह हुआ था अपहरणLUCKNOW :चिनहट के कारोबारी अमित जायसवाल के बेटे शिवम उर्फ यशराज का अपहरण बसपा सरकार के पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के बेटे ने किया था। पुलिस ने कारोबारी के बेटे को पूर्व मंत्री केमहोबा स्थित खरेला के फॉर्म हाउस से सैटरडे देररात बरामद कर लिया। साथ ही पूर्व मंत्री के बेटे समेत तीन अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है जबकि दो आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है।वाट्सएप पर आया था मैसेज


एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि चिनहट स्थित महिंद्रा सर्विस सेंटर के संचालक अमित जायसवाल के बेटे शिवम का किडनैप शनिवार सुबह एक्सयूवी सवार बदमाशों ने किया था। पिता के मुताबिक वह चाचा की कार लेकर किसी से मिलने के लिए घर से निकला था। इसके बाद से शिवम घर नहीं लौटा। वाट्सएप नंबर से मिले मैसेज के जरिए परिजनों को उसके किडनैपिंग की जानकारी हुई थी। इस पर उन्होंने चिनहट पुलिस से संपर्क किया था। एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि शिवम घर से गोमतीनगर विस्तार स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क पहुंचा। जहां पर पहले से पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के बेटे सूर्यदेव सिंह अपने चार अन्य साथियों के साथ पजेरो गाड़ी से मौजूद था। शिवम अपनी कार से नीचे उतरा और पूर्व मंत्री के बेटे से बात करने केलिए उसकी कार तक गया। उसका गेट खुला कुछ देर बात हुई इसके बाद शिवम को कार में बैठा लिया और फरार हो गया।मोबाइल को सर्विलांस पर लगायाएसएसपी ने बताया कि शिवम ने अपहरण के बाद करीब 8.05 बजे अपनी गर्लफ्रेंड को मैसेज किया कि उसका कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया है। उसे लेकर गोरखपुर की तरफ जा रहे हैं। मैसेज में उसने गाड़ी का नंबर भी भेजा। इसी तरह का मैसेज शिवम ने 9.40 बजे अपने चाचा राहुल को किया। अपहरण का मैसेज मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। शिवम के पिता अमित ने चिनहट पुलिस से संपर्क किया। वहां पूरी वारदात की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने शिवम के मोबाइल को सर्विलांस पर लिया, लेकिन वह लगातार बंद आ रहा था। जिसके कारण कोई मदद नहीं मिली। एसएसपी ने बताया कि लखनऊ पुलिस ने गोरखपुर के आईजी से इस संबंध में संपर्क किया। साथ ही एक टीम भी रवाना कर दी गई। फैजाबाद से गोरखपुर के बीच सभी टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी तलाश शुरू हुई, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा।उन्नाव के टोल प्लाजा के सीसीटीवी ने खोला राज

एएसपी उत्तरी अनुराग वत्स ने बताया कि पुलिस टीम को जब गोरखपुर हाइवे के कैमरों में कुछ नहीं मिला तो अन्य जिलों के रूट की जांच शुरू की गई। कानपुर, सीतापुर और रायबरेली रूट के सभी सीसीटीवी की फुटेज खंगाली जाने लगे। इस दौरान उन्नाव के नवाबगंज स्थित टोल प्लाजा से पजेरो गाड़ी जाती हुई दिखी। जिसका नंबर शिवम के अपहरणकर्ताओं की गाड़ी से मिलता था। पुलिस टीम ने गाड़ी की पूरी डिटेल खंगाली तो वह पूर्व मंत्री बादशाह सिंह केबेटे सूर्यदेव सिंह की निकली। पुलिस ने इसके बाद सूर्यदेव के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया तो उससे काफी तस्वीर साफ हो गई। पूरी जानकारी हासिल करने के बाद एसएसपी दीपक कुमार को बताया गया। शाम होते ही पुलिस टीम महोबा के लिए रवाना कर दी गई। महोबा पुलिस से भी मदद ली गई। देर रात महोबा के चरखारी थाने की पुलिस फोर्स के साथ टीम ने पूर्व मंत्री के फॉर्म हाउस पर छापेमारी कर शिवम को बरामद कर लिया गया।एफबी से मिला किडनैपर्स का कनेक्शन

सीओ गोमतीनगर दीपक कुमार सिंह ने बताया कि शिवम और पूर्व मंत्री का बेटा सूर्यदेव दोनों फेसबुक पर दोस्त हैं। दोनों के बीच अक्सर चैटिंग भी होती थी। जब शिवम के फेसबुक को खंगाला गया तो उसमें दो सूर्यदेव सिंह नाम के युवक मिले। इसके बाद उन्नाव के टोल प्लाजा के पास से गुजरी गाड़ी की तलाश शुरू की गई। पूर्व मंत्री के बेटे सूर्यदेव सिंह ने अपने फेसबुक की वॉल पर पजेरो गाड़ी के साथ फोटो लगा रखी थी। दोनों के बीच चैटिंग और गाड़ी नंबर से पूर्व मंत्री के बेटे पर संदेह गहराने लगा। इसके बाद उसके नंबर की डिटेल निकाली तो शिवम की बात भी सामने आ गई। शिवम की अंतिम काल भी सूर्यदेव के नंबर पर ही थी। इसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया था।पांच लोगों ने किया था किडनैप
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि शिवम का अपहरण पांच लोगों ने किया था। शिवम से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि दो दिन पहले सूर्यदेव से उसने 30 हजार रुपए मांगे थे। वह दोस्तों के साथ पार्टी मनाने कहीं बाहर जाना चाहता था। सूर्यदेव ने उसे रुपए देने केलिए जनेश्वर मिश्र पार्क पर बुलाया था। वहां सूर्यदेव के साथ महोबा के खरेला निवासी राजेश सेन और कुन्नू उर्फ प्रबल सिंह के अलावा दो अन्य साथी थे। वहीं से शिवम को पजेरो में बैठाया गया। उससे घर वालों को गुमराह करने केलिए दबाव बनाया गया। ताकि अपहरणकर्ता उसे लेकर अपने ठिकाने पर पहुंच सके। पुलिस टीम ने शनिवार देर रात को पूर्व मंत्री के फॉर्म हाउस पर छापेमारी कर शिवम को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने सूर्यदेव, राजेश और प्रबल को अरेस्ट कर लिया जबकि दो लोग मौके से फरार हो गये।

Posted By: Inextlive