एक साफ्टवेयर कंपनी ने दावा किया है कि वह आतंकवादियों और आम इंसानों को पहचान सकती है। कंपनी का कहना है कि आतंकियों को पहचानने के लिए उनका लुक कैसा है यह पता लगाना होगा। यह होगा एक साफ्टवेयर की मदद से जो आदमी को स्‍कैन कर बताएगा कि वह आम इंसान है या कोई आतंकवादी।


पैरिस आतंकी हमलों में 9 आतंकियों की हुई पहचानएक इजराइली कंपनी ने दो साल पहले दावा किया था कि वह किसी को भी एनालाइज कर के उस आदमी की इमेज से साफ्टवेयर की सहायता से उसकी पर्सनालिटी प्रोफाइल डेवलप कर देंगे। उन्होंने यह भी क्लेम किया था कि इस साफ्टवेयर की सहायता से कंपनियां आतंकियो को डिटेक्ट कर सकती हैं इससे पहले कि कोई क्रिमिनल या आतंकी किसी को नुकासान पहुंचाए। इजराइली कंपनी ने इस प्रॉजेक्ट को लेकर होमलेंड सिक्योरिटी से एक कॉट्रेक्ट साइन किया था। पैरिस में हुए आतंकी हमलो में 11 में से 9 आतंकियों को इसके सहारे पहचान लिया गया था। इससे पहले यह नहीं पता था कि वो 9 लोग कौन हैं।डीएनए पर्सनालिटी को करता है आंखो से रिफ्लेक्ट
कंपनी ने दावा किया है कि साफ्टवेयर किसी मनुष्य को अच्छी तरह से समझ सकता है उनके मुकाबले जो उन्हें जानते हैं या समझने का दावा करते हैं। कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव शाही गिलबोआ ने कहा हमारी पर्सनालिटी हमारे डीएनए से पहचानी जाती है जो हमारे चेहरे के जरिए रिफ्लेक्ट करती है। यह एक तरह का सिग्नल होता है। उन्होंने बताया कि एल्गोरिदम फैक्टर्स ऐसे 15 क्लासीफिकेशन करते हैं जो आम इंसान की आंखो से झलकते हैं। जिसमें मूर्ख व्यक्ति, बुद्धिमान व्यक्ति, प्रोफेशनल पोकर खिलाड़ी और आतंकी की पहचान की जा सकती है। प्रोफेशनल पोकर खिलाड़ी ने यह एक पोकर टूर्नामेंट में साबित कर दिया। इस साफ्टवेयर की सहायता से बेहतरीन पोकर प्लेअर्स को ढूंढा जा सकता है।

Posted By: Prabha Punj Mishra