फर्जी एडमिशन मामले में छात्रनेताओं का नाम आने पर भड़के, प्राचार्य के समझाने पर हुए शांत

BAREILLY

बीसीबी में फर्जी एडमिशन मामले में छात्रनेताओं का नाम आने पर सैटरडे को छात्रनेताओं ने कैंपस में जमकर हंगामा काटा। स्टूडेंट लीडर्स ने प्राचार्य की मेज पर चढ़कर नारेबाजी की। उन्होंने प्राचार्य और बोर्ड ऑफ कंट्रोल के सचिव पर फर्जी एडमिशन करने के आरोप मढ़े। हंगामा कर रहे स्टूडेंट लीडर को कार्यवाहक प्राचार्य ने समझाबुझाकर शांत करा दिया।

69 एडमिशन मिले फर्जी

बीसीबी में फर्जी तरीके के बीए, बीएससी, और एमए, एमकॉम और बीकॉम में 69 एडमिशन हुए थे। मामला जब कॉलेज प्राचार्य डॉ। आरबी सिंह के संज्ञान में आया, तो उन्होंने एक जांच कमेटी बनाई। कमेटी ने जब जांच की तो सामने आया कि 81 स्टूडेंट्स की फीस लास्ट डेट बीत जाने के बाद जमा हुई है। जबकि इसमें से 69 स्टूडेंट्स ने एडमिशन के लिए आवेदन भी नहीं किया था। इस पर प्राचार्य ने इस एडमिशन को रद्द करने की संस्तुति कर दी।

छात्रनेताओं पर लगा आरोप

बीसीबी में हुए फर्जी एडमिशन का आरोप छात्रनेताओं पर लगा तो सैटरडे को सभी भड़क गए। उन्होंने कार्यालय बंद कराए। साथ ही प्राचार्य कार्यालय में जमकर हंगामा किया। नारेबाजी की। छात्रनेताओं का आरोप है कि कॉलेज की ऊंची कुर्सियों पर बैठे अधिकारी गलत तरीके से अपने काम कराते हैं और बदनाम छात्रनेता को करते हैं। कार्यवाहक प्राचार्य ने आक्रोशित छात्रनेताओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह कमेटी के सदस्यों को मौके पर बुलाने पर अड़ गए। हालांकि बाद में छात्रनेता मान गए। उन लोगों ने चेतावनी दी कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई, तो सड़क पर उतरकर हंगामा करेंगे। छात्रनेताओं ने फॉर्म का भी मुद्दा उठाया। इस मौके पर विशाल यादव, सुमित सैनी, अभय सिंह चौहान, हृदेश यादव, विनोद जोशी, अवनीश चौबे, गुरवचन सिंह, रोहित यादव आदि मौजूद रहे।

कमेटी को 69 एडमिशन फर्जी मिले हैं। कमेटी ने कर्मचारियों पर संदेह जताया है, उसने किसी छात्रनेता पर अंगुली नहीं उठाई है।

डॉ। सोमेश यादव, कार्यवाहक प्राचार्य, बीसीबी

Posted By: Inextlive