केशव प्रसाद मौर्य तक पहुंच गई थी शिकायत, कैंट थाने में दर्ज हुई FIR

मंत्री का नाम लेकर अफसरों के यहां पैरवी का खेल पूर्ववर्ती सरकारों में ही नहीं चलता था, भाजपा शासन में भी शुरू हो गया है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का नाम लेकर अफसरों के यहां पैरवी करने वाला कौन है यह तो पता नहीं चला है लेकिन उसके नंबर के आधार पर फ्रॉड का मुकदमा कैंट थाने में जरूर दर्ज करा दिया गया है। पुलिस छानबीन में जुटी है। देर रात तक उसका नाम पता नहीं चल सका था। रिपोर्ट डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के कार्यालय कर्मचारी एके कनौजिया की तहरीर पर मोबाइल नंबर के आधार पर दर्ज की गई है। जांच के लिए साइबर सेल और क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है।

अननोन नंबर से आ रही थी कॉल

कई दिन पहले कुछ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के पास अंजान नंबर से फोन किया गया। कॉल करने वाला शख्स खुद को कभी उपमुख्यमंत्री का निजी सचिव बताता तो कभी पीआरओ। इसके बाद उनसे तबादला, तैनाती समेत कई अन्य कार्यो के लिए सिफारिश की। संदेह होने पर अधिकारियों ने इसकी जानकारी डिप्टी सीएम के कार्यालय से मांगी तो मामला केशव प्रसाद मौर्य तक पहुंच गया। अल्कापुरी कॉलोनी स्थित कार्यालय कर्मचारी एके कनौजिया ने बताया कि मामले की जानकारी होने पर जांचकी गई तो फर्जी पाया गया। इसके बाद एफआइआर लिखाई गई। वह नंबर भी बंद है।

डिप्टी सीएम का फर्जी निजी सचिव व पीआरओ बनकर लोगों को परेशान करने वाले के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। जांच चल रही है। जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार करने की कोशिश रहेगी।

-राकेश अवस्थी

इंस्पेक्टर कैंट

Posted By: Inextlive