- 102, 108 पर फर्जी कॉल पड़ेगी महंगी

- फर्जी कॉलर के खिलाफ दर्ज होगी एफआईआर

LUCKNOW: बगल वाली अंजली से बात करा दीजिए, सर मेरा मोबाइल रीचार्ज करवा दीजिए, बच्चे पढ़ नहीं रहे हैं क्या करूं, बीवी से लड़ाई हो गई है, दूध वाला अब तक नहीं है-कब आएगा? इन अजीबोगरीब परेशानियों के लिए आने वाले फोन कॉल्स से इस समय क्08 व क्0ख् एम्बुलेंस सर्विस के कॉल सेंटर में टेलीकॉलर जूझ रहे हैं। हैरानी की बात है कि ऐसी कॉल्स एक दो नहीं हजारों की संख्या में रोजाना आ रही हैं।

बिजी जाता है फोन

यूपी में क्08 व क्0ख् एम्बुलेंस सर्विस प्रोवाइड कराने वाली जीवीके ईएमआरआई के हेड नेशनल ऑपरेशन चंदन दत्ता ने बताया कि कॉल सेंटर में एक समय में आने वाली कॉल्स के लिए लिमिटेड लाइनें होती हैं। जब लोग फर्जी कॉल करते हैं तो लाइनें व्यस्त होती हैं और कई बार जरूरतमंदों का फोन नहीं मिलता है। लोगों को समझना चाहिए जिस समय वे फर्जी काल करते हैं हो सकता है उनका कोई सगा सम्बंधी इमरजेंसी में मदद के लिए तड़प रहा हो और उनकी कॉल न लगे। रोजाना ऐसी कॉल्स के कारण टेलीकॉलर भी परेशान हैं। ये आनवश्यक कॉल करके अभद्र भाषा काप्रयोग करते हैं जिससे दोनों एम्बुलेंस का संचालन बाधित हो रहा है।

आधी से ज्यादा फर्जी कॉल्स

जीवीके यूपी एचआर हेड चंद्रकांत शुक्ला और अजय यादव ने बताया कि क्08 सर्विस में रोजाना लगभग ब्0 हजार कॉल्स कॉल सेंटर में आती हैं। जिनमें से आधी कॉल्स न्यूसेंस या फर्जी होती हैं। जो सिर्फ परेशान करने के लिए की जाती हैं। जबकि इनमें से म् हजार से ज्यादा कॉल्स इमरजेंसी सेवाओं की होती हैं और लगभग भ्000 को रोजाना इमरजेंसी सेवाएं दी जा रही हैं। वहीं क्0ख् एम्बुलेंस सर्विस में लगभग ब्ख् हजार कॉल्स रोजाना आती हैं। जिनमें से क्म्7म्भ् इमरजेंसी कॉल्स होती हैं और क्7000 को इमरजेंसी सेवाएं भी दी जा रही हैं। शेष ख्फ्भ्00 कॉल्स अनावश्यक होती हैं।

कब करें कॉल

क्0ख् सर्विस-- गर्भवती महिला को घर से नजदीक सरकारी अस्पताल ले जाने और डिलीवरी के बाद वापस घर छोड़ने की सुविधा के लिए है। इसके अलावा बेहतर इलाज के लिए गर्भवती महिला व एक साल तक के बच्चे को अस्पताल ले जाने व लाने के लिए है।

क्08 सर्विस-- किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने, हार्ट अटैक होने, पेट दर्द, सांस में तकलीफ, जानवरों के काटने, बेहोश होने, कोई अपराध होने, कहीं आग लगने या कोई अन्य इमरजेंसी हाने पर।

फ्8 लाख को दी मदद

चंदन दत्ता के मुताबिक क्08 समाजवादी स्वास्थ्य सेवा प्रदेश वासियों के जीवनदायिनी साबित हो रही है। इसके शुरू होने से अब तक फ्8 लाख लोगों को अस्पताल पहुंचाया जा चुका है और लगातार लोगों को मदद दी जा रही है।

वहीं क्0ख् एम्बुलेंस से अब तक फ्ब् लाख को मदद दी जा चुकी है। जिसमें क्फ्98ब्भ्0 को अस्पताल ले जाने, क्9ब्ख्म्ब्क् को घर छोड़ने, 89ख्क्म् को रेफर फैसिलिटी देने की सुविधा दी गई।

लिया एम्बुलेंस में ही जन्म

दोनों सुविधाओं में अब तक रिकार्ड संख्या में एम्बुलेंसम ं ही बच्चों का जन्म भी हो चुका है। क्0ख् एम्बुलेंस में अब तक म्ख्फ् और क्08 सर्विस में क्भ्0ब्8 बच्चों का सुरक्षित प्रसव भी हो चुका है। ये प्रसव घर से अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में ही इमरजेंसी टेक्नीशियन द्वारा कराए गए।

Posted By: Inextlive