- नोटबंदी के बाद 500 व 1000 के नोट चंदौली और बनारस के विभिन्न डाक घरों से एसबीआई में जमा होने आये

- कचहरी चौकी प्रभारी ने शुरू की जांच

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डाक विभाग से आए और कचहरी स्थित बैंक में मिले एक हजार के 209 जाली नोटों की जांच कैंट पुलिस ने शुरू कर दी है। बुधवार को विवेचक ने संबंधित डाक कर्मी को बुलाकर जाली नोट के बारे में जानकारी ली। सभी नोट बनारस और चंदौली के विभिन्न डाकघर के शाखाओं से आए थे। ऐसे में पुलिस असली जड़ तक पहुंचने की कोशिश में लगी है।

नोटबंदी के दौरान आये थे नोट

नोटबंदी के दौरान कचहरी स्थित भारतीय स्टेट बैंक में डाक विभाग की ओर से जमा किए गए नोटों में एक हजार के 209 नोट जाली मिलने से बैंक में हड़कंप मच गया है। कचहरी एसबीआई के शाखा प्रबंधक लेखा एवं प्रशासन राम विलास ने कैंट थाने में तहरीर में दिया कि नोटबंदी के दौरान 31 दिसंबर 2016 को विश्वेश्वरगंज से 16 बक्से और कैंट डाकघर से 33 बक्से जमा किए गए। जिसमें 500 व 1000 के नोट थे। नोटों की गिनती विश्वेश्वरगंज के खजांची योगेंद्र प्रसाद व उप डाकपालक विजय राम तथा कैंट डाकघर के खजांची कृपा शंकर श्रीवास्तव व गोपाल दुबे आदि एवं बैंक अधिकारियों की मौजूदगी में हुई। इसमें विश्वेश्वरगंज के पांच बक्से से एक हजार के 209 नोट जाली मिले यानी दो लाख 9000 रुपये। बैंक की तहरीर पर पुलिस ने गत 27 जनवरी को मामला दर्ज कर लिया। कैंट इंस्पेक्टर अबरार अहमद ने पूरे मामले की जांच कचहरी चौकी प्रभारी विवेकानंद सिंह को सौंपी। चौकी प्रभारी ने डाक कर्मी को बुलाकर मामले की जानकारी ली तो मालूम चला कि सभी नोट चंदौली और बनारस के विभिन्न डाकघरों से आए हैं।

Posted By: Inextlive