- आईआरसीटीसी की ओर से अधिकृत फर्म के नाम पर चल रहा था अवैध वेंडिंग का खेल

- आरपीएफ की ओर से चलाए जा रहे अवैध वेडिंग के अभियान में मिली सफलता

GORAKHPUR: रेलवे में धड़ल्ले से चल रहे अवैध वेंडिंग के खेल का दायरा कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इससे देश की पहली हमसफर भी अछूती नहीं रही। रविवार को आरपीएफ ने हमसफर में आईआरसीटीसी के नाम पर अवैध वेंडिंग का खेल खेले जाने का खुलासा किया। आरपीएफ जवानों ने आईआरसीटीसी के वेंडर होने का दावा करने वाले पांच अवैध वेंडर्स को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया।

गश्ती के दौरान गई निगाह

आरपीएफ इंस्पेक्टर केएन तिवारी अपने हमराही फोर्स के साथ इन दिनों से अवैध वेंडिंग के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। इसी अभियान के तहत रविवार की शाम करीब 6.30 बजे आरपीएफ की टीम प्लेटफॉर्म नंबर एक पर गश्त कर रही थी। इसी प्लेटफॉर्म पर गोरखपुर से आनंद विहार जाने वाली देश की पहली 12571 हमसफर ट्रेन खड़ी थी। आरपीएफ जवानों की नजर कुछ लोगों पर पड़ी जो बिना वर्दी के खुले कैरेट में खाना लेकर ट्रेन में चढ़ रहे थे।

चलती ट्रेन में दौड़ाकर पकड़ा

जैसे ही टीम इन वेंडर्स की ओर बढ़ी वे भागते हुए ट्रेन में चढ़ गए। इस बीच ट्रेन का सिग्नल हो गया और ट्रेन खुल गई। लेकिन आरपीएफ जवानों ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया। पकड़े गए पांच लोगों के पास से पांच कैरेट अवैध खाने-पीने की चीजें भी मिली। पूछताछ के दौरान सभी आरोपियों ने खुद को आईआरसीटीसी की ओर से अधिकृत दिल्ली की कंपनी ओम साई राम इंटरप्राइजेज का कर्मचारी होने का दावा किया, लेकिन उनके पास इस कंपनी से कोई भी अधिकृत कागजात नहीं मिले। किसी भी सदस्य के पास न तो मेडिकल था और न ही कोई यात्रा पास। आरपीएफ ने इन सभी आरोपियों को रेलवे एक्ट की धारा 112 व 114 के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया।

22 लोग मिलकर करते थे धंधा

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इनकी टीम में कुल 22 सदस्य हैं जो कि गोरखपुर से आनंद विहार तक हमसफर ट्रेन में अवैध रुप से ई-कैटरिंग करते थे। आरपीएफ की कार्रवाई में इस गैंग के पांच सदस्य तो पकड़े गए, लेकिन अन्य फरार हो गए। आरपीएफ की टीम पकड़े गए सदस्यों के जरिए अन्य आरोपियों पर भी कार्रवाई की तैयारी में जुट गई है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सत्येंद्र कुमार, नदीम, सलमान, सुनील कुमार यादव और शिवानंद के रुप में हुई। यह सभी विभिन्न शहरों के रहने वाले हैं। गुडवर्क करने वाली टीम में आरपीएफ इंस्पेक्टर केएन तिवारी, सब इंस्पेक्टर लोकेश कुमार पासवान, नरेंद्र कुमार तिवारी, एएसआई मकबूल, सत्येंद्र कुमार, श्याम लाल शामिल रहे।

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दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने किया था खुलासा

9 फरवरी के अंक में दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने गोरखपुर स्टेशन से लेकर ट्रेंस तक में अवैध वेंडिंग का खुलासा किया था। रिएल्टी चेक में आरपीएफ व जीआरपी की मिलीभगत की भी बात सामने आई थी। न्यूज पब्लिश होने के बाद हरकत में आई आरपीएफ की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी का नतीजा रहा कि रविवार को हमसफर ट्रेन में भी अवैध वेंडिंग के खुल का खुलासा हो सका।

Posted By: Inextlive