छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : फ्रांस में जसविंदर कौर जॉली उर्फ हरपाल कौर की गिरफ्तारी के बाद यह सनसनी खेज खुलासा हुआ कि अफगान सिख महिला का जमशेदपुर में पासपोर्ट बना है। वह इंडियन पासपोर्ट के आधार पर फ्रांस पहुंची थी। फ्रांस सरकार द्वारा इस बावत भारत सरकार के गृह विभाग को अवगत कराया गया था। गृह विभाग के पत्र के आलोक में जमशेदपुर पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया कि फर्जी कागजात के आधार पर जसविंदर कौर का पासपोर्ट बना है इस कार्य में बलजीत सिंह व मानविंदर सिहं जॉली ने सहयोग किया है। इन तीनों के खिलाफ सिदगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई।

शक पर हुई थी गिरफ्तारी

दो फरवरी 2016 को जसविंदर कौर को फ्रांस में में पकड़ा गया था। वह किस राष्ट्र की है यह सत्यापित करने के लिए। वह इंडियन पासपोर्ट लेकर फ्रांस पहुंची थी लेकिन वह हिन्दी व सिख नहीं बोल पा रही थी। उसके बोलचाल के आधार पर फ्रांस पुलिस को शक हुआ और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ के क्रम में फ्रांस पुलिस के समक्ष उसने स्वीकार किया कि वह इंडियन नहीं है। उसने गुरुद्वारा गुरुनानक दरबार साउथहॉल मिडिलएक्स, यूके का एक दस्तावेज प्रस्तुत किया। साथ ही उसने यह खुलासा किया कि वह अफगान सिख है और उसके पिता का नाम सुरजीत सिंह और मां का नाम मनजीत कौर है। वे यूके में राजनीतिक शरण लिए हुए हैं। फ्रांस पुलिस ने बायोमैट्रिक डाटा के आधार पर पाया कि जसविंदर कौर ने फ्रांस दूतावास से सेनजेन वीजा प्राप्त किया है।

12 अक्टूबर 2015 को जारी हुआ था पासपोर्ट

जसविंदर के पासपोर्ट नंबर एन 3594298 के सत्यापन में पाया गया कि यह पासपोर्ट रांची पासपोर्ट कार्यालय से 12 अक्टूबर वर्ष 2015 को जारी हुआ है। और पासपोर्ट में सिदगोड़ा थाना अंतर्गत सिदगोड़ा बयान एरिया, होल्डिंग नंबर 11 का पता अंकित है। 17 फरवरी वर्ष 16 को सिदगोड़ा पुलिस को जसविंदर कौर जॉली की भारतीय नागरिकता सत्यापन कर जांच प्रतिवेदन समर्पित करने का आदेश हुआ था।

सिदगोड़ा पुलिस कर रही है जांच

जसविंदर के पासपोर्ट मामले की सिदगोड़ा थाना प्रभारी आरडी सिंह ने जांच शुरू की। जांच में यह बात सामने आयी है कि पासपोर्ट बनवाने में बलजीत सिंह की अहम भूमिका रही है। उसने ही सिदगोड़ा में सुखपाल सिंह का मकान किराए पर लिया था। मकान मालिक सुखपाल सिंह ने पुलिस अधिकारी को बताया कि बलजीत ने बैंक एकाउंट खुलवाने के लिए बिजली बिल का छापा प्राप्ति लिया था। साथ ही उन्होंने संभावना व्यक्त किया गया कि बिजली बिल के आधार पर मतदाता पत्र प्राप्त बनवाया गया होगा। कोई भी पुलिस अधिकारी उनके आवास पर जसविंदर कौर जॉली व मनविंदर सिंह जॉली के सत्यापन के लिए नहीं आए थे। जिस मतदाता प्रमाण पत्र के आधार पर पासपोर्ट बनवाया गया था उसका सत्यापन जिला निर्वाचन शाखा द्वारा गया तो पता चला कि ऐसे किसी व्यक्ति का वोटर कार्ड जारी नहीं किया गया है।

फर्जी दस्तावेज का किया गया इस्तेमाल

जसविंदर के पासपोर्ट बनवाने में जन्म प्रमाण को प्रस्तुत किया गया था। इसमें जसविंदर कौर जॉली का उम्र पांच जनवरी 1994 बताया गया है। पुलिस द्वारा जमशेदपुर अक्षेस से जब प्रमाण पत्र का सत्यापन कराया गया था तो वहां से बताया गया कि इस नाम से उस तिथि का कोई प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ है। पुलिसिया जांच में यह तो स्पष्ट हो गया कि जसविंदर कौर जॉली ने जिस दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट बनवाया है वह जाली है। इसके आधार पर तीनों के खिलाफ सिदगोड़ा थाना आठ जून को प्राथमिकी दर्ज की गई।

Posted By: Inextlive