- निगम में छह माह से जमा नहीं 2200 कर्मचारियों का ग्रुप इंश्योरेंस का पैसा

Meerut: नगर निगम में कर्मचारियों के इंश्योरेंस के मामले में हेराफेरी का मामला सामने आया है। निगम की ओर से स्थाई 2200 कर्मचारियों के वेतन से हर माह कटने वाले ग्रुप इंश्योरेंस के पैसे को इंश्योरेंस के खाते में पिछले छह माह से जमा नहीं किया जा रहा है। निगम की इस हेराफेरी का खामियाजा उन मृतक कर्मचारियों के परिजनों को भुगतना होगा, जिन कर्मचारियों के इस दौरान मौत हो चुकी है।

लाखों की हेराफेरी

नगर निगम में कर्मचारियों के वेतन से अंशदान के रुप में 100, 200 व 400 रुपये की कटौती की जाती है। सरकार की ओर से सरकारी कर्मचारियों का यह ग्रुप इंश्योरेंस कराया गया है। उक्त राशि को हर महीने शासन के माध्यम से एलआईसी को भेजा जाता है। इस बीमा का लाभ यह है कि ग्रेड पेय के मुताबिक कर्मचारियों अधिकारियों से 100, 200 व 400 रुपये मासिक की कटौती की जाती है तथा दुर्घटना या मौत की स्थिति में क्रमश: एक लाख, दो लाख व चार लाख की मदद दी जाती है। सकुशल नौकरी पूरी करके सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों को उनका पूरा पैसा ब्याज के साथ दे दिया जाता है।

इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कराकर कार्रवाई की जाएगी। चूंकि कर्मियों के वेतन से लगातार अंशदान की कटौती की जा रही है लिहाजा मृतक कर्मचारियों के आश्रितों बीमा का लाभ दिलाया जाएगा।

एसके दुबे, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive