दुनिया के तमाम देश अपने दुश्मन का राज जानने के लिए नए-नए हथकंडे आजमाते रहते हैं। लड़ाई सिर्फ सरहद पर ही नहीं होती दुश्मन के घर में सेंध लगाकर अहम जानकारी जुटा लेना भी इसका एक अहम हिस्सा है। एक बार दुश्मन देश से जुड़ा कोई अहम दस्तावेज या खुफिया जानकारी हाथ लग जाए तो उसके खिलाफ रणनीति बनाना बेहद आसान हो जाता है। ये काम एक महिला जासूस से बेहतर कोई नही कर सकता है। जिसे हनी ट्रैप कहा जाता है। बीजेपी सांसद वरुण गांधी पर भी कुछ ऐसे ही आरोप लगे हैं। हम आप को आज देश मे हुए कुछ ऐसे ही मामलों के बारे मे बताने जा रहे हैं जो खूब चर्चित हुए।


इंडियन एयरफोर्स हनी ट्रैप केस30 दिसंबर 2015 को इंडियन एयरफोर्स के एक एयरक्राफ्ट मैन को भारतीय खुफिया एजेंसी हनी ट्रेप का शिकार बताया था। भठिंडा एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात एक वायु सैनिक रंजीत को फेसबुक पर एक दामिनी नाम की अंजान महिला ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर अपने जाल मे फसाया था। महिला ने रंजीत से बेस से जुड़ी कई जानकारियां हासिल की थी। जिसके कुछ समय बाद ही पंजाब के एक एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकियों ने हमला बोल दिया था।मुंबई हनी ट्रैप केस


हनी ट्रैप का ऐसा ही एक मामला मुंबई मे हुआ था। जहां खुद को समाज सेविका कहने वाली सविता शिंदे ने अपने एक साथी से मिलकर एक कंस्ट्रक्शन व्यवसाई को 25 करोड़ लोन दिलाने का लालच दिया। साल 2013 से 2016 के बीच उसने अपने पति और दूसरों के अकाउंट में 16 करोड़ ट्रान्सफर करवाए और जब उसे लगा कि उसकी पोल खुल सकती है तब एक दिन अचानक ही वह लापता हो गई। क्या होता है हनी ट्रैप

हनी ट्रैप में महिला दोस्ती की आड़ में न सिर्फ जानकारियां हासिल करती है। कई बार अहम दस्तावेज भी उनके हाथ लग जाते हैं। कई मामलों में महिला सिर्फ लच्छेदार बातों का ही सहारा नहीं लेती बल्कि अपने शिकार को ब्लैकमेल भी करती है। अगर शिकार की कोई आपत्तिजनक तस्वीर या खास बातचीत की कोई डिटेल हाथ लग जाए तो उसे जगजाहिर करने की धमकी भी दी जाती है। बदनाम होने के डर से वो शख्स अहम से अहम राज भी उगल देता है।

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Posted By: Prabha Punj Mishra