महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' के पौत्र अखिलेश निराला की हत्या पर हर वर्ग के लोगों में रोष है.

ALLAHABAD: श्री दारागंज रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने बैठक कर कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अखिलेश निराला के निधन पर शोक व्यक्त किया। अध्यक्ष कुल्लू यादव व महामंत्री जितेंद्र गौड़ ने कहा कि अखिलेश त्रिपाठी निराला कमेटी के उपाध्यक्ष थे, उनकी हत्या कमेटी के लिए अपूरणीय क्षति है। अगर निराला के हत्यारे जल्द गिरफ्तार न हुए तो आंदोलन छेड़ा जाएगा। इस दौरान स्वामी शिवमंगल दास, मधु चकहा, ध्रुव नारायण, हीरा यादव, अरविंद पांडेय, राकेश, रमाशंकर, तीर्थराज पांडेय मौजूद रहे।

 

प्रयाग धर्म संघ के पदाधिकारियों व सदस्यों ने भी अखिलेश त्रिपाठी निराला के निधन पर शोक व्यक्त किया। संघ के पदाधिकारी फूल चंद दुबे, राजेंद्र पालीवाल, आशुतोष पालीवाल, प्रकाश दुबे, सुनील कुमार बाजपेयी, सुरेंद्र पांडेय, संजय यादव आदि ने दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की। हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।

 

क्या, आम आदमी सड़क पर न चले?

महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी के पौत्र अखिलेश त्रिपाठी की मौत के साथ पूर्व में हुई घटनाओं ने ये साबित कर दिया है कि अब इलाहाबाद में राह चलता आम आदमी भी सेफ नहीं है। अखिलेश सब्जी खरीदने गए थे और बम के हमले में घायल हो गए। बाद में उनकी मौत हो गई। अब तो आम आदमी की ओर से यही सवाल उठ रहा है कि क्या आम आदमी सड़क पर न चले?

 

जेल रोड पर भी गई थी निर्दोष की जान

पांच जून 2016 को नैनी स्थित जेल रोड पर हत्यारोपी चंद्रभान यादव से मिलकर लौट रहे बेटों पर बाइक और कार से पहुंचे शूटरों ने हमला किया था। ताबड़तोड़ फायरिंग और बमबाजी में चंद्रभान के बेटे ज्ञान चन्द्र के साथ ही झूंसी निवासी वृद्ध लालता यादव की मौत हो गई थी। लालता की गलती सिर्फ इतनी थी कि वे हमले के समय वहां से साइकिल से गुजर रहे थे।

Posted By: Inextlive