-शहर के लोगों को सता रहा फंगल इन्फेक्शन

-हॉस्पिटल्स में बढ़ी स्किन पेशेंट्स की भीड़

इन दिनों फंगल इंफेक्शन से पीडि़त मरीजों की भारी भीड़ हॉस्पिटल्स में पहुंच रही है। सबसे बड़ी परेशानी की बात यह है कि फंगल इन्फेक्शन से पीडि़त 50 फीसदी मरीजों पर एंटी फंगल मेडिसिन का असर नहीं हो रहा है। पहले जहां पीडि़त एक से डेढ़ सप्ताह में ठीक हो जाते थे, वहीं मौजूदा समय में महीनों लग रहे है। इसकी सबसे बड़ी वजह चिकित्सकीय सलाह के बगैर कोई भी दवा लगा लेने से हो रहा है।

दोगुने हुए मरीज

स्किन एक्सपर्ट का कहना है कि फंगल इंफेक्शन की शिकायत मानसून के दौरान ही होती है। अब ये हर सीजन में हो लोगों को परेशान कर रहा है। एसएसपीजी मंडलीय हॉस्पिटल में रोजाना करीब 250 से 300 मरीज जांच के लिए पहुंच रहे हैं। यह आंकड़ा आम दिनों की तुलना में दोगुनी है। ऐसी ही हालत डीडीयू व अन्य हॉस्पिटल की भी है।

दवाओं का असर कम

डॉक्टर्स का कहना है कि फंगल इंफेक्शन में दवाओं के काम नहीं करने की बड़ी वजह बाजार में बिकने वाली एंटी फंगल दवाएं है। पेशेंट बगैर चिकित्सकीय सलाह के फ्लूकोनेजॉल, टरबीनस्किन का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये दवाएं इतनी ज्यादा इस्तेमाल में ली ली जाती हैं कि फंगल बैक्टीरिया खुद को इन दवाओं के प्रति रेजिस्टेंस कर लेता है। इसके चलते दवाओं का असर काफी कम हो जाता है। अब तक जहां यह बीमारी कम कीमत में आने वाली एंटी फंगल दवाओं से एक सप्ताह में ही ठीक हो जाती थी, वही अब मंहगे कैप्सूल दो महीने तक लगातार लेने के बाद भी ठीक नहीं हो रहा है।

टाइट कपड़ा नुकसानदेय

बारिश, उमस और नमी भरे वातावरण में फंगल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। टाइट कपड़े पहनने से शरीर का पसीना नहीं सूखता इससे फंगल इंफेक्शन होने की संभावना रहती है। कपड़े में मौजूद बैक्टीरिया हमेशा शरीर के संपर्क में रहते हैं, इसलिए यह बहुत तेजी से फैलते हैं। चिकित्सक बताते हैं कि संक्रमित व्यक्ति से वायरस, बैक्टीरिया, पैरासाइट और फंगल का संक्रमण होता है। इससे संक्रमित मरीज के संपर्क से भी फंगल इंफेक्शन हो जाता है। अगर फैमिली में परिवार में किसी को फंगल इंफेक्शन है तो यह एक से दूसरे को हो जाता है। एसएसपीजी हॉस्पिटल में कई मरीज ऐसे भी आए हैं जिनका पूरा परिवार फंगल इंफेक्शन से प्रभावित था।

बचाव ही है इलाज

फंगल इंफेक्शन का कोई स्थाई इलाज नहीं है। इलाज के समय यह गायब हो जाता है, लेकिन जैसे ही इलाज बंद होता है, यह फिर से हावी हो जाता है। इंफेक्शन हमेशा शरीर में बना रहता है। इस समस्या को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता।

एक नजर

300

के करीब मरीज स्किन ओपीडी में डेली आ रहे हैं

50

फीसदी मरीजों की बढ़ी संख्या इन दिनों ओपीडी में

01

माह में भी ठीक नहीं हो रहा फंगल इन्फेक्शन

02

माह तक का दवा भी नहीं कर रहा काम

फंगल इन्फेक्शन के दौरान लोग बगैर चिकित्सकीय सलाह के कुछ भी दवा इस्तेमाल कर लेते हैं। इसकी वजह से मर्ज खराब हो जाता है। ऐसी स्थिति में कम समय में ठीक होने वाला यह लम्बा समय ले लेता है।

डॉ। सूर्यनाथ दीक्षित, स्किन स्पेशलिस्ट, एसएसपीजी हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive