तीन कृषि कानूनों के एक साल पूरे होने पर आज शिरोमणि अकाली दल के नेतृत्व में दिल्ली स्थित गुरुद्वारा रकाब गंज से संसद तक होने वाले मार्च को देखते प्रशासन अलर्ट हो गया है। हुए गुरुद्वारा रकाब गंज पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसके अलावा दिल्ली प्रशासन ने राज्य की सीमाएं सील कर दी हैं।


नई दिल्ली (एएनआई)। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने तीन कृषि कानूनों के एक वर्ष पूरा होने पर 'काला दिवस' मनाने के लिए दिल्ली में शुक्रवार को एक विरोध मार्च आयोजित करने की धमकी के बाद दिल्ली प्रशासन अलर्ट हो गया है। उसने राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं को बंद कर दिया है। इससे पहले दिन में, दिल्ली यातायात पुलिस ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि किसानों की आवाजाही के कारण झरोदा कलां सीमा को दोनों सड़कों पर बैरिकेडिंग करके बंद कर दिया गया है और लोगों को उस मार्ग पर न जाने का सुझाव दिया है। गुड़गांव से सरदार पटेल मार्ग और नारायण से लूप की ओर आने वाले यातायात को भी रिंग रोड मोती बाग की ओर मोड़ दिया गया है। तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग


किसानों के आंदोलन को देखते हुए सरदार पटेल मार्ग से धौला कुआं तक जाने वाले मार्ग को भी यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। महासचिव प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने गुरुवार को जानकारी दी थी कि उनकी पार्टी दिल्ली में गुरुद्वारा रकाबगंज से संसद तक विरोध मार्च निकालेगी और तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग करेगी। ऐसे में कोविड -19 महामारी के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस ने शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा को नोटिस जारी करते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में विरोध मार्च की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रदर्शन करने से रोकना लोकतंत्र के खिलाफशंकर रोड पर प्रदर्शन कर रहे शिअद कार्यकर्ताओं ने पुलिस के इस कदम की निंदा की और कहा कि लोगों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने से रोकना लोकतंत्र के खिलाफ है। अकाली दल के एक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया, "तीन कृषि कानून किसानों के हितों के खिलाफ हैं और इससे केवल पूंजीपतियों को फायदा होगा। यह सरकार कॉरपोरेट्स द्वारा चलाई जाती है।" उन्होंने कहा, "हमने इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए पंजाब से लंबी दूरी तय की है लेकिन पुलिस हमें गुरुद्वारे तक नहीं जाने दे रही है। जिस तरह से उन्होंने हमारे लोगों को धक्का दिया और उन्हें कारों तक ले गए, वह निंदनीय है। कार्यकर्ता बड़ी संख्या में गुरुद्वारे के बाहर जमा

इस बीच, बादल रकाबगंज गुरुद्वारे पहुंच गए हैं और पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है क्योंकि तीन कृषि कानूनों के विरोध में शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में गुरुद्वारे के बाहर जमा हो गए थे। किसान पिछले साल 26 नवंबर से तीन नए अधिनियमित कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान उपज व्‍यापार एवं वाणिज्‍य (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक, 2020 , किसानों (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) का मूल्‍य आश्‍वासन अनुबंध एवं कृषि सेवाएं विधेयक, 2020 और आवश्‍यक वस्‍तु (संशोधन) विधेयक, 2020 का विरोध हो रहा है। किसान नेताओं और केंद्र ने कई दौर की बातचीत की है लेकिन गतिरोध बना हुआ है।

Posted By: Shweta Mishra