देश की राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि मिट्टी का कण-कण गूंज रहा है सरकार को सुनना होगा। यहां पढ़ें पूरी खबर...

नई दिल्ली (एएनआई)। बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। आज इनके धरने का 31वां दिन है। इस दाैरान भारतीय किसान यूनियन के बिंदर सिंह गोलेवाला ने बताया, हमें यहां आज पूरा एक महीना हो गया है। सरकार इन कानूनों को रद्द कर दे और हम वापस चले जाएंगे। वहीं गाजीपुर (दिल्ली-यूपी) बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए सिंघु बॉर्डर की तरह दूसरा टेंट सिटी तैयार किया गया।

"Today, it has been a month since the farmers have been protesting. The Govt should repeal the three laws. As soon as that happens, we'll return to our homes," says a farmer from Punjab, at the designated protest site in Delhi's Burari
Visuals from Burari ground & Tikri border pic.twitter.com/G41gGMbXMc

— ANI (@ANI) December 26, 2020


मिट्टी का कण-कण गूंज रहा है
इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर किसानों के समर्थन में केंद्र पर निशाना साधा।राहुल गांधी ने शनिवार को किसानों के विरोध का एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा: मिट्टी का कण-कण गूंज रहा है, सरकार को सुनना होगा। बता दें कि अभी हाल ही में कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी ने 24 दिसंबर को राष्ट्रपति भवन का दौरा किया।

मिट्टी का कण-कण गूंज रहा है,
सरकार को सुनना पड़ेगा। pic.twitter.com/yhwH6D8uWO

— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 26, 2020
राष्ट्रपति से भी मिले राहुल गांधी
बीते गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए दो करोड़ हस्ताक्षर वाले पार्टी के ज्ञापन को प्रस्तुत किया, जिसके खिलाफ किसान पिछले महीने से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने राष्ट्रपति से कहा कि ये तीनों कृषि कानून किसान विरोधी हैं। देश ने देखा है कि किसान इन कानूनों के खिलाफ खड़े हुए हैं।

Posted By: Shweta Mishra