कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर लगातार 20 दिनों से हो रहे किसान आंदोलन के बीच एक बार फिर कांग्रेस नेता ने केंद्र पर हमला बोला। कांग्रेस नेता नेता का कहना है कि सरकार देश में कोई भी जब अपनी समस्या उठाता है तो मोदी सरकार उसे सुनने के बजाय उसे ही बदनाम करती है।

नई दिल्ली (एएनआई)। देश में किसान आंदोलन का 20वां दिन है। इस दाैरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दों के साथ आम जनता के मुद्दों को बुलंद करते हुए एक बार फिर केंद्र में बैठी मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश में कोई भी जब काेई अपनी समस्या के हल के लिए आवाज उठाता है तो मोदी सरकार उस सपर ही निशाना साधने लगती है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार के लिए असंतुष्ट छात्र देशद्रोही हैं। चिंतित नागरिक शहरी नक्सली हैं। प्रवासी मजदूर कोरोना वायरस फैलाने वाला है। दुष्कर्म पीड़िता कोई नहीं है। प्रदर्शनकारी किसान खालिस्तानी हैं और पूंजीपति लोग उनके सबसे अच्छे दोस्त हैं।

For Modi Govt:
Dissenting students are anti-nationals.
Concerned citizens are urban naxals.
Migrant labourers are Covid carriers.
Rape victims are nobody.
Protesting farmers are Khalistani.
And
Crony capitalists are best friends.

— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 15, 2020


किसान भाई को और कितने बलिदान करने होंगे
इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को पूछा था कि सरकार द्वारा तीन कृषि क्षेत्र के कानूनों को निरस्त किए जाने से पहले कितने और 'बलिदान' करने होंगे। राहुल गांधी ने जारी आंदोलन के दौरान किसानों की मौतों के बारे में मीडिया रिपोर्ट की एक क्लिपिंग का हवाला देते हुए ट्वीट किया था कि इन कृषि क्षेत्र के कानूनों को निरस्त करने से पहले हमारे किसान भाई को और कितने बलिदान करने होंगे? इस बीच संसद के पिछले मानसून सत्र में केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज 20 वें दिन में प्रवेश कर गया है। सभी नाराज किसान 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं

Posted By: Shweta Mishra