-अब सब्सिडी के लिए किसानों को ऑनलाइन करना होगा अप्लाई

-पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर मिलेगा फायदा

-टोटल 15 फीसद किसानों को ही दी जाएगी सब्सिडी

GORAKHPUR: किसी सरकारी व्यवस्था का फायदा लेना है तो अब आम आदमी हो या किसान, उन्हें हाईटेक होना पड़ेगा। डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने और बिचौलियों के धंधों को बंद करने के लिए प्रदेश सरकार अब तेजी से आगे बढ़ रही है। इस सीरीज में अब एग्रीकल्चर फील्ड में भी डिजिटल इंडिया की झलक देखने को मिल रही है। पिछली सरकार से शुरू हुई इस प्रॉसेस को अब नई सरकार ने भी आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। इसके तहत किसानों को देने वाले सभी फाइनेंशियल फायदे अब हाईटेक वे में ऑनलाइन मोड में ही होंगे। अब किसानों को व्यवस्था का फायदा उठाना है, तो उन्हें हाईटेक होने के साथ ही टेक फ्रेंडली होना पड़ेगा।

सब्सिडी के लिए ऑनलाइन अप्लाई

किसानों को अब तक सब्सिडी के लिए मैनुअल अप्लाई करना पड़ता था। 2015 से पहले इसे मैनुअली ट्रांसफर किया जा रहा था, जिसका फायदा किसानों को कम, बिचौलियों को ज्यादा हो रहा था। मगर 2015 में सूबे के मुखिया रहे अखिलेश यादव ने किसानों और सरकार के बीच से बिचौलियों को साफ करने के लिए सभी फाइनेंशियल बेनिफिट डिजिटल मोड में कर दिया और उनको डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए ट्रांसफर की जाने लगी। अब नई सरकार के बनने के बाद इस व्यवस्था को थोड़ा और बेहतर करते हुए सब्सिडी के लिए ऑनलाइन अप्लीकेशन फिल करवाने का फैसला किया है।

पहले आओ, पहले पाओ

इस व्यवस्था में सभी किसानों को फायदा नहीं मिल सकेगा। सरकार की फानेंशियल कंडीशन को देखते हुए महज 15 फीसद किसान ही इससे फायदा उठा सकेंगे। इसलिए इसमें पहले आओ, पहले पाओ के तर्ज पर व्यवस्था बनाई जा रही है। इसमें जिन 15 फीसदी किसानों को बेनिफिट की रकम ट्रांसफर की जानी है, उन्हें ऑनलाइन अप्लाई करना पड़ेगा। उनकी एलिजिबिल्टी की प्रॉपर जांच के बाद यह रकम उनके अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी। इसमें व्यवस्था का फायदा उन्हीं को मिलेगा, जिसने पहले से अप्लाई कर रखा होगा।

कृषि विभाग की वेबसाइट पर होगा लिंक

मंत्रालय की ओर से शुरू की जाने वाली इस स्कीम के लिए लोगों को कृषि विभाग की वेबसाइट http://www.upagriculture.com/ पर जाना होगा। यहां पर दिए गए लिंक को ओपन कर उन्हें अपनी जरूरी डीटेल्स सब्मिट करनी होगी। इसके बाद यह विभाग के जिम्मेदारों तक पहुंच जाएगा। वहां से इनकी विभागीय जांच कराई जाएगी, जिसके बाद एलिजिबल होने की कंडीशन में उनके खाते में रकम ट्रांसफर कर दी जाएगी।

इन पर मिलता है अनुदान -

बीज

दलहन बीज

गेहूं बीज पर अनुदान

संकर बाजार

तिलहन बीज

संकर मक्का

कृषि उपकरण

मृदा परीक्षण

वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन

कृषि रक्षा रसायन

मृदा सुधारक

प्रदर्शन

खंड प्रदर्शन

आईपीएम प्रदर्शन

जिंक सल्फेट और सल्फर

वर्जन

किसानों को सब्सिडी का लाभ ऑनलाइन बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए दिया जाएगा। इसमें सरकार के बजट के मुताबिक सिर्फ 15 फीसद किसानों को इसका फायदा मिल सकता है, जिसकी वजह से पहले आओ, पहले पाओ के तर्ज पर इस स्कीम का फायदा दिया जाएगा। रजिस्ट्रेशन कृषि विभाग की वेबसाइट पर होगा।

- सूर्य प्रताप शाही, कृषि मंत्री, यूपी गवर्नमेंट

Posted By: Inextlive